उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद मिशन 2022 के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पक्ष में माहौल बनाने के लिए उतर चुके हैं। चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले पीएम मोदी उत्तर प्रदेश में कई मेगा परियोजनाओं की सौगात दे रहे हैं तो वहीं कई प्रोजेक्ट की आधारशिला भी रख रहे हैं। पूर्वी यूपी में कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण और बुंदेलखंड को विभिन्न उपहार देने के बाद अब पीएम मोदी पश्चिम उत्तर प्रदेश को विकास के पंख देने आ रहे हैं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 25 नवंबर को गौतमबुद्ध नगर में जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का भूमि पूजन करेंगे। इसे पश्चिमी यूपी का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट माना जा रहा है और विकास के लिहाज से भी निर्णायक कहा जा रहा है। यूपी सरकार ने जेवर एयरपोर्ट के भूमि पूजन को भव्य बनाने की तैयारी की है। बड़े स्तर पर इंतजाम किए जा रहे हैं। इस दौरान पीएम मोदी एक विशाल रैली को भी संबोधित करेंगे।
एशिया के सबसे बड़े हवाई अड्डे के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी सहित कई बड़ी परियोजनाओं की सौगात योगी सरकार ने दी हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री गुरुवार को गौतमबुद्ध नगर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास करेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी के प्रस्तावित कार्यक्रम के दृष्टिगत कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ बैठक में आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यक्रम को सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न करने के लिए सभी व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित की जाएं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा कि 30 से 35 वर्ष पूर्व से यहां के लोग एक एयरपोर्ट की मांग कर रहे थे। चीजों को वास्तविक धरातल पर उतारने के लिए जिस इच्छा शक्ति की आवश्यकता थी, उसके अभाव में कार्य आगे नहीं बढ़ पाया। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2017 में ही तत्काल यह निर्णय लिया कि जेवर क्षेत्र में एशिया का सबसे बड़े एयरपोर्ट का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सकारात्मक एवं ईमानदार सोच के साथ जब सरकार कार्य करती है तो दमदार परिणाम देखने को मिलते हैं। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हापुड़ और एनसीआर में व्यावसायिक एवं औद्योगिक गतिविधियों में तेजी आएगी। यह एयरपोर्ट विकास के साथ-साथ रोजगार की विभिन्न सम्भावनाओं को लेकर आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के प्रथम फेज में 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश सम्भावित है। एयरपोर्ट के निर्माण में लगभग 34 से 35 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा और एक लाख से अधिक लोगों को नौकरी एवं रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। इसके साथ ही, अन्य ढेर सारी संभावनाएं भी यहां पर विकसित होंगी। उन्होंने कहा कि यह एयरपोर्ट एक ज्वाइंट वेंचर है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा एवं यमुना प्राधिकरण के साथ राज्य सरकार एयरपोर्ट के निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रही है।
सीएम योगी ने कहा कि यह एयरपोर्ट प्रदेश का पांचवां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। यह एयरपोर्ट वर्ष 2024 तक शुरू हो जाएगा। यह एयरपोर्ट भारत का पहला प्रदूषण मुक्त एयरपोर्ट होगा। साथ ही, यह एयरपोर्ट एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट भी होगा। इसके नजदीक ही प्रदेश सरकार ने फिल्म सिटी के निर्माण को आगे बढ़ाया जा रहा है, जो अपने अंतिम चरणों में है। उन्होंने कहा कि यहां पर निवेश की बहुत संभावनाएं हैं। इससे सटे हुए क्षेत्र में ही यहां पर एक मेडिकल डिवाइस पार्क विकसित किया जा रहा है। एक इलेक्ट्रानिक सिटी स्थापित करने का काम भी युद्ध स्तर पर चल रहा है। इस क्षेत्र के निकट अलीगढ़ में डिफेंस इंडस्ट्रियल कारिडोर का महत्वपूर्ण नोड है।
सीए योगी ने बताया कि यूपी में लखनऊ और वाराणसी में इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहले से ही क्रियाशील हैं। पिछले दिनों प्रधानमंत्री ने कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शुभारंभ किया है। अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण प्रगति पर है। प्रदेश सरकार ने एयर कनेक्टिविटी के कार्यों को बहुत तेजी से आगे बढ़ाया है। अब तक उत्तर प्रदेश में नौ एयरपोर्ट क्रियाशील हो चुके हैं। वर्ष 2017 में प्रदेश के एयरपोर्ट केवल 25 स्थलों से जुड़े हुए थे, जिनकी संख्या आज 80 स्थलों से अधिक हो चुकी है। प्रदेश सरकार 11 नए एयरपोर्ट को विकसित करने का कार्य कर रही है। सोनभद्र, चित्रकूट, ललितपुर, आजमगढ़, श्रावस्ती, अलीगढ़, सहारनपुर, मेरठ एवं मुरादाबाद में नए एयरपोर्ट के निर्माण कार्य अंतिम चरणों में है।