बिहार राजनीति; बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई महागठबंधन सरकार के गठन के बाद उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आज दिल्ली राजद सुप्रीमो लालू यादव, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, सांसद राहुल गांधी से मिलेंगे। माना जा रहा है कि वे बिहार मंत्रिमंडल के विस्तार पर इन वरिष्ठ नेताओं की मुहर लगवाएंगे। वे विपक्ष के अन्य नेताओं से मिलकर महागठबंधन को विस्तार देने पर भी चर्चा कर सकते हैं, ताकि भाजपा व एनडीए के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर भी महागठबंधन बनाया जा सके। तेजस्वी यादव आज शाम 5.30 बजे सोनिया गांधी से मिलेंगे। वे राहुल गांधी से भी मुलाकात कर सकते हैं। माना जा रहा है कि राजद नेता तेजस्वी यादव संभावित मंत्रियों के नामों की सूची लेकर दिल्ली पहुंचे हैं। इसी पर वे शीर्ष नेताओं से मुहर लगवाएंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, राजद सुप्रीमो लालू यादव दिल्ली के एम्स में इलाज के बाद बड़ी बेटी मीसा भारती के निवास पर रहे रहे हैं। स्वास्थ्य नरम होने से लालू यादव फिलहाल बिहार नहीं जा रहे हैं। इसीलिए वे तेजस्वी यादव के शपथ समारोह में भी शामिल नहीं हो सके थे। अभी नई नीतीश सरकार को बिहार विधानसभा में बहुमत साबित करना है। माना जा रहा है कि इसके बाद ही मंत्रिमंडल विस्तार होगा, लेकिन मंत्री पद की होड़ शुरू हो गई है। मंत्री पद चाहने वाले विधायक दावेदारी पेश करने के लिए कई तरह के जतन कर रहे हैं। कांग्रेस विधायकों में भी मंत्री बनने की होड़ शुरू हो गई है। तेजस्वी यादव दिल्ली में लालू यादव व राहुल गांधी के साथ इस पर विचार करेंगे।
बिहार के कांग्रेस विधायक नई नीतीश-तेजस्वी सरकार में मंत्री बनने के लिए पार्टी आलाकमान को पत्र लिख रहे हैं। इसके लिए यादव कोटा, अल्पसंख्यक कोटा आदि के आधार पर समर्थन मांगा जा रहा है। खगड़िया के विधायक छत्रपति यादव ने सोनिया गांधी से मंत्री बनाने की गुहार लगाई है। पार्टी के बिहार प्रभारी भक्तचरण दास ने भी गत दिवस तेजस्वी यादव से मुलाकात कर कांग्रेस के मंत्रियों की संख्या और नामों पर चर्चा की।
बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा, विधायक दल के नेता अजीत शर्मा, विजय शंकर दुबे, शकील अहमद और राजेश राम। इनके अलावा भी कई नेता मंत्री बनने की जुगाड़ के लिए दिल्ली पहुंच रहे हैं। राहुल गांधी के साथ तेजस्वी यादव की मुलाकात बहुत अहम मानी जा रही है, क्योंकि बिहार में गठबंधन पलट के साथ ही राष्ट्रीय राजनीति में भी विपक्षी एकजुटता की दिशा में कदम बढ़ाने पर विचार हो सकता है। मंगलवार को एनडीए व भाजपा से नाता तोड़ने के बाद बुधवार को नीतीश कुमार ने फिर अपने पुराने महागठबंधन से हाथ मिला लिया है। बिहार के महागठबंधन में जदयू, राजद, कांग्रेस व वाम दल शामिल हैं।