नई दिल्ली; अगस्त के महीने में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार गिरकर 553 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है। ये गिरावट ऐसे समय पर हुई है जब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया मजबूत डॉलर के खिलाफ रुपये की स्थिति को संभालने की कोशिश कर रहा है। यह भारत के विदेशी मुद्रा भंडार का पिछले 23 महीनों का सबसे न्यूनतम स्तर है। आंकड़ों के अनुसार, विदेशी मुद्रा भंडार के सभी घटकों में इस दौरान गिरावट हुई हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, आरबीआई की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, 2 सितंबर को समाप्त हुए हफ्ते तक देश का विदेशी मुद्रा भंडार 553.10 बिलियन डॉलर के आंकड़े पर पहुंच गया है, यह पिछले हफ्ते के मुकाबले 7.94 बिलियन डॉलर है, जो कि 9 अक्टूबर, 2020 के बाद सबसे कम है। इससे पहले के हफ्ते 26 अगस्त, 2022 को भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 561.04 बिलियन डॉलर दर्ज किया गया था।
भारत का विदेशी मुंद्रा भंडार गिरने के पीछे की बड़ी वजह देश का व्यापारिक घाटा बढ़ना बताई जा रही है। इसके साथ मजबूत डॉलर के सामने रुपये की कीमत को सहारा देने के लिए आरबीआई की ओर से लगातार डॉलर को बेचा जा रहा है। वित्त मंत्रालय के मुताबिक 8 सितंबर तक देश में प्रत्यक्ष कर संग्रह 6.48 लाख करोड़ तक पहुंच गया है। यह पिछले साल की अवधि से 35.46 प्रतिशत ज्यादा है। इस दौरान कॉर्पोरेट टैक्स में 25.95 फीसदी और पर्सनल इनकम टैक्स में 44.37 फीसदी का इजाफा हुआ है। इस अवधि तक प्रत्यक्ष कर संग्रह का रिफंड भी 5.29 लाख करोड़ तक पहुंच गया है, जो कि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 30.17 फीसदी ज्यादा है।
मिली जानकारी के अनुसार,