जोशीमठ भू-धंसाव; प्रभावित जोशीमठ से अलग-अलग जांच दलों की रिपोर्ट आ जाने के बाद ही राज्य सरकार केंद्र को राहत पैकेज का प्रस्ताव भेजेगी। तब तक सरकार रिपोर्ट आने का इंतजार करेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों से अनुरोध किया गया है ताकि जल्द से जल्द भू धंसाव के कारण पता चल सकें।
मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री राज्य सचिवालय में मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राहत एवं पुनर्वास कार्यों के जितने भी बजट की आवश्यकता होगी, सरकार उसका प्रबंधन करेगी। संसाधनों पर विचार हो रहा है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले हमें जोशीमठ गई केंद्रीय संस्थानों की भूगर्भीय तकनीकी और भू भौतिकीय जांच आने का इंतजार है।
जल्द से जल्द उन कारणों का पता लगाया जाना है कि आखिर पानी का रिसाव कहां से हो रहा है। जोशीमठ कितना संवेदनशील है और कितना खतरा होने वाला है। कितनी क्षति हो सकती है। सारा आकलन करने के बाद एक विस्तृत रिपोर्ट बनेगी। इस विस्तृत रिपोर्ट के आधार पर केंद्र को सहायता के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने 81 परिवारों को शिफ्ट कर दिया है। 678 मकान खतरे की जद में हैं। उन सभी को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की हमारी योजना है। धीरे-धीरे इसे कार्य को आगे बढ़ाया जाएगा।
प्रधानमंत्री का पूरा आशीर्वाद, पूरी सहायता मिलेगी