एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने शनिवार को प्रेसवार्ता कर हत्याकांड का खुलासा किया। बताया, चार मार्च को भंडारी बाग स्थित मकान में कमलेश धवन (75) का शव मिला था। उनके गले को धारदार हथियार से रेता गया था। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया लेकिन उस वक्त स्थिति साफ नहीं हो पाई थी। न तो मकान में सीसीटीवी कैमरा लगा था और न ही सामने की दुकानों में। ऐसे में किसी के आने-जाने के बारे में भी पता नहीं चल पा रहा था। शुरुआती पड़ताल में पता चला था कि इसमें किसी परिचित का ही हाथ हो सकता है जिसने रात के अंधेरे में घटना को अंजाम दिया होगा।
लेकिन, इसी बीच धवन के मकान के पीछे वाले घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में एक संदिग्ध का चेहरा दिखाई दिया। यह फुटेज दो मार्च यानी हत्या से एक दिन पहले की थी। इसमें एक संदिग्ध व्यक्ति करीब तीन बजे घर की तरफ जाता दिखा। कुछ मिनट बाद वापस आता दिखा। पुलिस ने अगले दिन की भी सीसीटीवी फुटेज चेक की तो वही व्यक्ति शाम करीब 3.10 बजे घर की तरफ जा रहा था। लगभग 3.40 बजे वह वापस आया।
इसके बाद यहां आने-जाने वाले रास्तों पर लगे करीब 200 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की गई। इन फुटेज से उस व्यक्ति के चेहरे का मिलान किया गया। पटेलनगर इंस्पेक्टर सूर्यभूषण नेगी और उनकी टीम ने शनिवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने अपना नाम महेंद्र सिंह मेहता निवासी ग्राम पिटूनी पोस्ट व जिला अल्मोड़ा बताया। यहां वह टीएचडीसी कॉलोनी में अपनी बहन के घर रहता है।