December 23, 2024

Devsaral Darpan

News 24 x 7

विकासनगर- कालिंदी हॉस्पिटल एंड इंस्टीट्यूट के चेयरमैन आयुष्मान कार्डधारकों से धोखाधड़ी में फंसे, मुकदमा दर्ज !!

विकासनगर; कोतवाली पुलिस ने फर्जी तरीके से आयुष्मान कार्ड धारकों के इलाज के क्लेम के लिए मेडिकल दस्तावेज तैयार कर सरकारी धनराशि हड़पने के आरोप में कालिंदी अस्पताल के चेयरमैन पर धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। उन पर धोखाधड़ी कर विभाग को आर्थिक नुकसान पहुंचाने का आरोप है।

पुलिस को दी तहरीर में अपर निदेशक स्वास्थ्य प्राधिकरण अतुल जोशी ने कहा कि कालिंदी हॉस्पिटल एंड इंस्टीट्यूट विकासनगर ने करीब 243 आयुष्मान कार्ड धारकों का निशुल्क इलाज करके उपचार की धनराशि का क्लेम प्राप्त किया। आरोप है कि अस्पताल के चेयरमैन/सीईओ सतीश कुमार जैन तथा अन्य व्यक्तियों द्वारा डॉ. एचएस रावत के फर्जी हस्ताक्षर कर क्लेम के कागजात तैयार किए गए।

जिसमें डॉ. रावत को ट्रीटिंग डॉक्टर दर्शाया गया।क्लेम बिलों के ऑडिट में पाया गया कि मरीजों के इलाज से संबंधित ओटी, क्लीनिकल नोट, डिस्चार्ज समरी में डॉ. रावत के फर्जी हस्ताक्षर किए गए, जबकि डॉ. रावत कालिंदी अस्पताल में सेवाएं नहीं देते हैं। डॉ. रावत ने लिखित में भी इस बात की पुष्टि की। उन्होंने उक्त 243 मामलों में सर्जरी नहीं की और न ही ओटी नोट्स उनकी राइटिंग में है।

विवेचना के तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई : आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने नियत डॉक्टर से सर्जरी नहीं कराकर किसी अन्य व्यक्ति से सर्जरी कराकर आयुष्मान योजना के मरीजों के जीवन से खिलवाड़ किया। कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि तहरीर के आधार पर धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। विवेचना के तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

अस्पताल की सूचीबद्धता हो चुकी है समाप्त :  आयुष्मान कार्डधारकों का इलाज करने के लिए कालिंदी अस्पताल भी सूचीबद्ध था। अस्पताल ने 243 मरीजों का निशुल्क इलाज किया, जिसमें 173 यूरोलॉजी, 48 जनरल मेडिसिन स्पेशलिटी, 22 जनरल सर्जरी शामिल थे। इन्हीं मरीजों के नाम पर फर्जी तरीके से क्लेम किया। इस फर्जीवाड़े का खुलासा होने पर राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने 15 मार्च 2023 को अस्पताल को नोटिस जारी करने के साथ ही योजना से सूचीबद्धता समाप्त कर दी थी।

news