विकासनगर; कोतवाली पुलिस ने फर्जी तरीके से आयुष्मान कार्ड धारकों के इलाज के क्लेम के लिए मेडिकल दस्तावेज तैयार कर सरकारी धनराशि हड़पने के आरोप में कालिंदी अस्पताल के चेयरमैन पर धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। उन पर धोखाधड़ी कर विभाग को आर्थिक नुकसान पहुंचाने का आरोप है।
पुलिस को दी तहरीर में अपर निदेशक स्वास्थ्य प्राधिकरण अतुल जोशी ने कहा कि कालिंदी हॉस्पिटल एंड इंस्टीट्यूट विकासनगर ने करीब 243 आयुष्मान कार्ड धारकों का निशुल्क इलाज करके उपचार की धनराशि का क्लेम प्राप्त किया। आरोप है कि अस्पताल के चेयरमैन/सीईओ सतीश कुमार जैन तथा अन्य व्यक्तियों द्वारा डॉ. एचएस रावत के फर्जी हस्ताक्षर कर क्लेम के कागजात तैयार किए गए।
जिसमें डॉ. रावत को ट्रीटिंग डॉक्टर दर्शाया गया।क्लेम बिलों के ऑडिट में पाया गया कि मरीजों के इलाज से संबंधित ओटी, क्लीनिकल नोट, डिस्चार्ज समरी में डॉ. रावत के फर्जी हस्ताक्षर किए गए, जबकि डॉ. रावत कालिंदी अस्पताल में सेवाएं नहीं देते हैं। डॉ. रावत ने लिखित में भी इस बात की पुष्टि की। उन्होंने उक्त 243 मामलों में सर्जरी नहीं की और न ही ओटी नोट्स उनकी राइटिंग में है।