December 23, 2024

Devsaral Darpan

News 24 x 7

ऋषिकेश- राफ्टिंग के दौरान गो-प्रो कैमरे का प्रयोग पर्यटकों की जान पर पड़ रहा है भारी, राफ्ट व्यवसायी अधिक मुनाफा कमाने के फेर में हेल्पर के बजाय गाइड को ही पकड़ा रहे कैमरा !!

ऋषिकेश; राफ्टिंग के दौरान गो-प्रो कैमरे का प्रयोग पर्यटकों की जान पर भारी पड़ रहा है। राफ्ट व्यवसायी अधिक मुनाफा कमाने के फेर में हेल्पर के बजाय गाइड को ही कैमरा पकड़ा रहे हैं। नियमानुसार गो-प्रो कैमरे का इस्तेमाल गाइड के साथ बैठा हेल्पर ही कर सकता है, पर यहां इसके उलट गाइड ही गो-प्रो कैमरा लिये रहता है।

राफ्ट संचालन के दौरान गाइड का ध्यान वीडियोग्राफी पर रहता है। इस कारण रैपिड में राफ्ट पलटने की संभावना अधिक रहती है। अब तक रैपिड में कई राफ्टें असंतुलित होकर पलट चुकी हैं, जिससे कई पर्यटकों की जान जा चुकी है। जिला पर्यटन विभाग टिहरी इस ओर कार्रवाई करने के बजाय तमाशबीन बना हुआ है।

मालूम हो कि हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र समेत विभिन्न प्रांतों के पर्यटक साहसिक खेल राफ्टिंग का लुत्फ उठाने के लिए मुनि की रेती, तपोवन, लक्ष्मणझूला, स्वर्गाश्रम आदि क्षेत्रों में आते हैं। ये पर्यटक राफ्ट संचालकों से गो-प्रो कैमरा भी किराये पर लेते हैं ताकि राफ्टिंग के रोमांच को कैमरे में कैद कर सकें। इसके बदले राफ्ट संचालक लगभग डेढ़ हजार रुपये तक अधिक वसूलते हैं।

एक साल में राफ्ट पलटने से गई तीन की जान : राफ्टिंग के दौरान रैपिड में राफ्ट पलटने से बीते एक वर्ष में तीन पर्यटक जान गवां चुके हैं। इनमें बीते 11 अक्तूबर 2022 में कलकत्ता का 62 वर्षीय पर्यटक, 11 मार्च 2023 को हरियाणा की 28 वर्षीय युवती और 7 अप्रैल 2023 को राजस्थान 34 वर्षीय पर्यटक शामिल हैं।

क्या है गो-प्रो कैमरा : यह कैमरा आज कॉम्पैक्ट एक्शन कैमरे का पर्याय बन चुका है। गो-प्रो कैमरे से शूट किए वीडियो क्लिप्स को एडिट किया जा सकता है। क्लिप्स में ट्रांजिशन और संगीत मिक्स कर सोशल मीडिया पर अपलोड किया जाता है।

पर्यटन विभाग की ओर से नीरगड्डू बैरियर पर गाइडों की चेकिंग की जाती है, लेकिन तब इनके पास कैमरा नहीं मिलता। फिर जैसे ही ये लोग गंगा में उतरते हैं तो कैमरा निकाल लेते हैं। राफ्टिंग के दौरान गाइड का गो-प्रो कैमरा लगाना प्रतिबंधित है।
– खुशाल सिंह नेगी, साहसिक पर्यटक अधिकारी, टिहरी

news