ऋषिकेश; मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आईएसबीटी में हरी झंडी दिखाकर चारधाम यात्रा के लिए 76 बसों को रवाना किया। इन बसों में सवार 2502 तीर्थयात्रियों ने बस रवाना होते ही बदरी विशाल, केदारनाथ, मां गंगे, मां यमुना के जयकारे लगाए।
ऋषिकेश आईएसबीटी से बसों को रवाना करने से पहलेे यात्रियों को छाता, बरसाती और लाठी दी गई। वहीं, बस चालक, परिचालकों को बरसाती, कंबल और टी शर्ट बांटी गई। ये सामान हंस फाउंडेशन की ओर दिए गए थे। कार्यक्रम स्थल पर मौजूद तीर्थयात्रियों को सूक्ष्म जलपान भी कराया गया। मुख्यमंत्री ने तीर्थयात्रियों से धामों में साफ-सफाई पर ध्यान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि धामों में यात्रियों के लिए सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं।
चारधाम यात्रा संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के संजय शास्त्री और कार्यकारी अध्यक्ष मनोज ध्यानी ने बताया कि इस चारधाम यात्रा पर सुबह से ही बसें रवाना हो गई थीं। कुछ बसें कार्यक्रम की औपचारिकता के बाद रवाना हुईं। कुछ बसें रात को बड़कोट और कुछ बसें जानकीचट्टी पहुंचेंगी। शनिवार की सुबह यमुनोत्री के कपाट खुलते ही पहुंच जाएंगी।
कल खुलेंगे गंगोत्री के कपाट : 22 को फाटा, 23 को गौरीकुंड में रात्रि प्रवास करते हुए डोली 24 अप्रैल को अपने धाम पहुंचेगी। 25 अप्रैल को सुबह 6.10 बजे कपाटोद्घाटन होगा। वहीं भगवान भैरवनाथ की विशेष पूजा-अर्चना के साथ केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। भगवान केदारनाथ की निर्विघ्न यात्रा के लिए क्षेत्रपाल के रूप में पूजे जाने वाले भगवान भैरवनाथ की आराधना की गई। साथ ही देवता की पूरी-पकौड़ी से बनी मालाओं से श्रृंगार कर अष्टादश आरती उतारी गई।
दूसरी तरफ गंगोत्री धाम के कपाट कल शनिवार को खुलेंगे। मां गंगा के शीतकालीन पड़ाव व मायके मुखबा मुखीमठ से मां गंगा की डोली विदाई की तैयारियां तेज हो गई हैं। आज डोली धाम के लिए रवाना होगी। 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे।