उत्तराखण्ड; केंद्र सरकार की ओर से उत्तराखंड में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान की स्थापना की जाएगी। इसके लिए भूमि की व्यवस्था राज्य सरकार करेगी। इसके अलावा संस्थान को खोलने के लिए केंद्र सरकार की ओर से जो भी अपेक्षा की जाएगी, राज्य सरकार उसे पूरा करेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने छठवें आपदा प्रबंधन वैश्विक सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुभव पर आधारित पुस्तक रेजिलिएंट इंडिया का विमोचन भी किया गया।क्लेमेंटटाउन स्थित ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय में आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम धामी ने कहा कि राज्य के विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों में आपदा प्रबंधन के पाठ्यक्रम शामिल किए जाएंगे और कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा।
आपदा प्रबंधन वैश्विक सम्मेलन महत्वपूर्ण : दिव्यांग और महिलाओं के लिए राज्य में आपदा की चुनौतियों का सामना करने के लिए विशेष प्रावधान किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि विश्व की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए यह आपदा प्रबंधन वैश्विक सम्मेलन महत्वपूर्ण है।
उत्तराखंड प्राकृतिक आपदाओं की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं से प्रोएक्टिव अप्रोच अपनाकर ही निपटा जा सकता है। प्राकृतिक आपदाओं के समय प्रतिक्रिया एकीकृत होने से आपदा से होने वाले नुकसान और जनहानि को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं की चुनौतियों का सामना सभी हिमालयी राज्यों को करना पड़ता है। इस संबंध में वैश्विक स्तर पर हो रहे अध्ययनों, शोधों एवं अनुभवों को साझा करना भी समय की जरूरत है।