उत्तराखंड; आने वाले समय में उत्तराखंड के सामने कूड़ा प्रबंधन एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आ रहा है। खुले और खाली स्थानों पर कूड़ा फेंकने वालों ने इस चुनौती को और अधिक उलझा दिया है। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का दावा है कि सरकार इस चुनौती से निपटने के प्रभावी उपाय कर रही है, मगर जन सहयोग के बिना इसकी शत-प्रतिशत कामयाबी मुमकिन नहीं है।
वह कहते हैं, कूड़ा फेंकने वालों से हम सख्ती निपटेंगे। जो ऐसे लोगों की तस्वीरें हमें भेजेंगे, हम उन्हें इनाम भी देंगे। कैबिनेट मंत्री ने विभाग से संबंधित पांच प्रमुख प्रश्नों के पूरी बेबाकी के साथ जवाब दिए। मंत्री ने आंकड़ों के जरिये बात रखने का प्रयास किया।
हम दून को डस्टबिन फ्री शहर बनाएंगे : जितने भी हमारे लीगेसी यानी पुराने कूड़े से जुड़े क्षेत्र हैं, हम उनकी सफाई कर रहे हैं। शहर में आप बड़े डस्टबिन देखते हैं, जल्द ही हम शहर को डस्टबिन फ्री कर देंगे। जो भी कूड़ा फेंकेगा, उसका कोई फोटो लेकर हमें बताएगा, उसे जुर्माने की रकम का 50 प्रतिशत इनाम के तौर पर दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता को लेकर जो अहमियत दी है, उसे देखकर हम कह सकते हैं कि हालात पहले से काफी बेहतर हो गए हैं। पहले शहरों में जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा होता था। अब हम घर-घर से कूड़ा उठाने की प्रक्रिया चला रहे हैं। हम दून को डस्टबिन फ्री करेंगे तो उसी हिसाब से कूड़े की गाड़ियां व मैनपावर बढ़ाएंगे। निश्चित तौर पर इसका अच्छा परिणाम निकलेगा।