उत्तराखण्ड; आयुष्मान व गोल्डन कार्ड धारकों के मुफ्त और कैशलेस इलाज के साथ स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए ज्यादा बजट की दरकार है। गोल्डन व आयुष्मान कार्ड धारकों के इलाज पर हर साल इलाज का खर्च बढ़ रहा है। बजट के अभाव में अस्पतालों की देनदारी बढ़ रही है। जिस कारण कई बड़े अस्पताल इलाज की सुविधा देने से हाथ खड़े करने लगे हैं।
चालू वित्तीय वर्ष प्रदेश सरकार ने आयुष्मान योजना के बजट में 25 प्रतिशत बढ़ोतरी कर 500 करोड़ का प्रावधान किया है। लेकिन मुफ्त इलाज पर खर्च 600 करोड़ पहुंच गया। आयुष्मान कार्ड पर प्रदेश के हर नागरिक को पांच लाख तक मुफ्त इलाज की सुविधा है।
इसके अलावा आयुष्मान योजना में ही राज्य सरकार स्वास्थ्य योजना (एसजीएचएस) कर्मचारियों व पेंशनरों को गोल्डन कार्ड पर कैशलेस इलाज की सुविधा है। जिसमें इलाज पर खर्च होने वाली राशि कोई सीमा नहीं है। इसके लिए कर्मचारियों व पेंशनरों से अंशदान लिया जाता है। लेकिन इसमें इलाज का खर्च प्राप्त अंशदान से दोगुना हो गया है।