उत्तराखण्ड; उत्तराखंड के रैगपिकर्स (कूड़ा बीनने वाले) के जीवन स्तर में सुधार के लिए राष्ट्रीय मशीनीकृत स्वच्छता पारिस्थितिकी तंत्र कार्य (नमस्ते) योजना का लाभ दिया जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शहरी विकास विभाग ने देहरादून नगर निगम में इसकी शुरुआत कर दी है। इसके बाद प्रदेशभर में इसका लाभ दिया जाएगा।
नमस्ते योजना का लाभ पहले सीवर कर्मचारियों और मैला ढोने वाले कर्मचारियों को दिया गया। तीसरे चरण में अब रैगपिकर्स को इसका लाभ दिया जाएगा। इन सभी की पहचान करके निगम की तरफ से उन्हें आईडी कार्ड दिया जाएगा। पंजीकरण से उन्हें कानूनी रूप से सुरक्षा और अधिकार प्राप्त होंगे। उन्हें बेहतर आवास, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
औपचारिक रूप से शहरीकरण प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा, जिससे उन्हें शहरों में रहने और काम करने का अधिकार मिलेगा। उन्हें स्वच्छता कार्य के लिए उपयुक्त प्रशिक्षण और उपकरण दिए जाएंगे, जिससे वे सुरक्षित और कुशल तरीके से काम कर सकें। कौशल विकास कार्यक्रम, स्वरोजगार के अवसर और वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे उनका सामाजिक-आर्थिक विकास हो सके।