December 23, 2024

Devsaral Darpan

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मोदी ने कहा- 5 साल पहले दबंग और दंगाई ही कानून थे

यूपी के चुनावी रण में भाजपा पूरी ताकत के साथ उतर रही है। विधानसभा चुनाव को लेकर पीएम नरेन्द्र मोदी ने आज भाजपा की वर्चुअल रैली को संबोधित किया। पीएम मोदी की पहली वर्चुअल रैली का नाम ‘जन चौपाल’ दिया गया है। मोदी की इस रैली में पश्चिमी यूपी के प्रमुख तौर पर फोकस किया गया था।

मोदी ने कहा कि इतने कम समय में तकनीक के माध्यम से इतने सारे लोगों को जोड़ना, ये भाजपा कार्यकर्ताओं की दिन-रात की मेहनत का परिणाम है। एक जीवंत संगठन का ये सबूत है। मोदी ने कहा पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ये वो धरती है, जिसने 1857 की क्रांति में देश को एकजुटता का संदेश दिया था। कमल के फूल और रोटी ने हमेशा देश को बांटने वालों को मुंह तोड़ जवाब दिया है। हम एकजुट रहेंगे, तो कोई हमें कभी परास्त नहीं कर पाएगा। हर एक का प्रयास ही उत्तर प्रदेश को ऊंचाई देगा। मां शाकुंभरी के आशीर्वाद से मैं इस चुनावी अभियान की शुरुआत कर रहा हूं।

यूपी सरकार ने किया ईमानदारी से काम

मोदी ने इस दौरान सीएम योगी की जमकर तारीफ की। मोदी ने कहा कि जब मैं पांच साल पहले चुनाव के समय पश्चिमी यूपी में आया था, तो आपसे कहा था कि यूपी के विकास के लिए हम कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। इन पांच वर्षों में योगी जी के नेतृत्व में, यूपी सरकार ने पूरी ईमानदारी से, पूरी निष्ठा से, आपकी सेवा करने का, यूपी के विकास का प्रयास किया है।

पांच साल पहले दबंग और दंगाई ही कानून थे

मोदी ने कहा कि कोई भूल नहीं सकता कि 5 साल पहले यूपी को लेकर क्या चर्चा होती थी? 5 साल पहले दबंग और दंगाई ही कानून थे, उन्हीं का कहा ही शासन का आदेश था। 5 साल पहले व्यापारी लुटता था, बेटी घर से बाहर निकलने में घबराती थी और माफिया, सरकारी संरक्षण में खुलेआम घूमते थे। अपहरण, फिरौती और रंगदारी ने मध्यम वर्ग और व्यापारियों को तबाह करके रख दिया था। 5 साल में योगी सरकार उत्तर प्रदेश को इन हालातों से बाहर निकाल कर लाई है। पश्चिमी यूपी के लोग कभी नहीं भूल सकते कि जब ये क्षेत्र दंगे की आग में जल रहा था, तो पहले वाली सरकार उत्सव मना रही थी

मोदी ने आगे कहा कि पांच साल पहले गरीब, दलित, वंचित, पिछड़ों के घर-जमीन-दुकान पर अवैध कब्ज़ा, समाजवाद का प्रतीक था। लोगों के पलायन की आए दिन खबर आती थी। हम यूपी में बदलाव के लिए खुद को खपा रहे हैं, वो आपसे बदला लेने की ठानकर बैठे हैं। इन लोगों ने जिन्हें टिकट दिया है, वो इसका एक और सबूत है। ये बदला लेना ही हमेशा से उनकी सोच रही है। इसलिए मैं देखकर खुश हूं कि यूपी के लोग इन दंगाई सोच रखने वालों से बहुत सावधान हैं, सतर्क हैं।

फर्स्ट टाइम वोटर्स खुलकर भाजपा के साथ

मोदी ने कहा कि हमारा काम और उनके कारनामे, उनकी कारस्तानी, देखकर इस बार भी यूपी की जनता, भाजपा को भरपूर आशीर्वाद देने जा रही है। इसमें भी जो हमारे फर्स्ट टाइम वोटर्स हैं, वो खुलकर भाजपा के साथ हैं। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास, ये हमारे लिए डबल इंजन सरकार की नीति और निष्ठा का मूल मंत्र भी है। बीते वर्षों में जो भी योजनाएं भाजपा सरकार ने लागू की हैं, उनका लाभ सभी को मिला है, बिना किसी भेदभाव मिला है। यही भावना तो हमारे संविधान के मूल में है।

पीएम ने कहा कि जिन्होंने गरीब की तकलीफ ने कभी महसूस की, न कभी देखी, हमेशा जमीन से कटे रहे, वो न गरीब को समझ सकते हैं, न उनका भला कर सकते हैं। गरीबों की भाजपा सरकार ने कैसे काम किया है उसका उदाहरण गरीबों के पक्के घर हैं।

अखिलेश यादव पर तंज

पीएम ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज भी कसा। मोदी ने कहा, ‘जो देश के अपने टीके पर विश्वास नहीं करते, जो अफवाहों को हवा देते हैं, क्या वो यूपी के युवाओं के टैलेंट, उनके इनोवेशन का सम्मान कर सकते हैं? जो लोग सत्ता खोने के अंधविश्वास के कारण नोएडा जैसे युवा आकांक्षाओं के क्षेत्र में आने से भी कतराते हैं, क्या वो युवाओं के सपनों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं?’

किसानों पर भी बोले पीएम

पीएम ने कहा कि 2017 से पहले की तुलना में दोगुने से भी अधिक खरीद बीते 5 सालों में MSP पर की गई है। हमने गन्ना किसानों की दिक्कतों को समझते हुए उनके बकाए के जल्द से जल्द भुगतान का भी लक्ष्य रखा था। इस लक्ष्य को भी हमने तेजी से पूरा किया। समय आ गया है कि हमें छोटे किसानों की ज्यादा चिंता करने की जरूरत है। ये काम हमने शुरू कर दिया है, छोटे किसान ही हमारे ग्रामीण जीवन को बदलेंगे, छोटे किसान ही हमारी किसानी की अवस्था को बदलने में मेरी बहुत बड़ी ताकत हैं।

योगी जी जागने वाले नेता

मोदी ने कहा कि जो सोता है, उसे सपने आते हैं। जो जागता है, वो संकल्प लेता है। योगी जी जागने वाले, जगाए रखने वाले नेता है। इसलिए संकल्प करने वाले नेता है। यही फर्क यूपी के लोग आज अच्छे से देख और समझ रहे हैं। 2017 से पहले जो सरकार थी, वो कागजों पर आधी-अधूरी परियोजनाएं बनाने और उनके शिलान्यास में माहिर थी। अस्पताल हों, सड़कें हों, एक्सप्रेव वे हों, ये लोग सालों-साल परियोजनाओं को खींचते थे ताकि उनकी कमाई होती रहे। वो लोग सिर्फ सपने दिखाते थे, डबल इंजन की सरकार सपने पूरे करती है।

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