देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सोशल मीडिया के माध्यम से कहा उन्होंने फेसबुक पेज पर लिखा था कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी पर बोले गए झूठ के प्रकरण को हमारे तर्कपूर्ण खंडन के बाद समाप्त मान लिया जाए। हमने इस संबंध में एक प्रार्थना पत्र साइबर क्राइम देहरादून में FIR दर्ज करने हेतु दिया है। भाजपा संगठित तौर पर इस झूठ को आज भी फैलाने में लगी है। यह झूठ Dhami Ki Dhoom फेसबुक पेज जो राज्य के निवर्तमान मुख्यमंत्री जी का पेज है, जिसमें उनके साथ प्रधानमंत्री जी का चित्र भी लगा है।
पेज में जिस समाचार पत्र के आधार पर इस झूठ को फैलाकर विद्वेष पैदा किया गया है, वो कहीं से भी प्रचारित-प्रकाशित नहीं है। वह कहां से मुद्रित है, इसको खोजना तो असंभव है। इस समाचार पत्र का कोई नाम भी नहीं है। किसी एजेंसी को उद्धृत नहीं किया गया है। इस झूठे समाचार को गढ़ने व प्रचारित करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के डर्टीट्रिक्स विभाग अर्थात सोशल मीडिया में यह सब षड्यंत्रकारी कूट रचा गया है।
यदि कोई व्यक्ति इस तरीके के समाचार पत्र की 10 प्रर्तियां जिसमें संपादक, मुद्रक, वितरक और समाचार पत्र संवाददाता का नाम सहित मुझे उपलब्ध करवा दे तो मैं ₹50,000 उस व्यक्ति को देने को तैयार हूं।
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