December 23, 2024

Devsaral Darpan

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हरेला पर्यावरण संरक्षण को प्रकृति से जोड़ने वाला पर्व है: मुख्यमंत्री धामी

देहरादून: मुख्यमंत्री ने शनिवार को हरेला पर्व के अवसर पर महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज के निकट वन विभाग के पौधरोपण कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए पौधरोपण किया। साथ ही प्रदेशवासियों को पर्यावरण संरक्षण को संस्कृति से जोड़ने वाले पारंपरिक पर्व हरेला की शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हरेला पर्व के तहत एक माह तक पौधरोपण अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में निरंतर प्रयासों की जरूरत है। प्रत्येक जनपद में जल स्रोतों, गदेरों के पुनर्जीवन और संरक्षण के लिए कार्य किए जायेंगे। नदियों के संरक्षण और नदियों के पुनर्जीवन थीम पर इस वर्ष हरेला पर्व मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विकास और पर्यावरण में संतुलन होना जरूरी है। आने वाली पीढ़ी को शुद्ध पर्यावरण मिले, इसके लिए पर्यावरण संरक्षण सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड धर्म, अध्यात्म और संस्कृति का केन्द्र है। उत्तराखंड जैव विविधताओं वाला राज्य है, यहां का प्राकृतिक सौन्दर्य पर्यटकों को आकर्षित करता है। पर्यावरण संरक्षण के लिए उत्तराखंड की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है। सभी को समर्पित भाव से प्रकृति संरक्षण की दिशा में आगे बढ़ना होगा। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने हरेला पर्व को सांस्कृतिक धरोहर बताया और बधाई दी। उन्होंने कहा कि पौधरोपण और प्रकृति के संरक्षण से ही हम शुद्ध हवा शुद्ध जल एवं अन्य प्राकृतिक लाभ ले सकते हैं। एक जागरूक नागरिक के तौर पर हमने अपने भविष्य को संवारना होगा और पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान देना होगा। पौधों के संरक्षण और प्रकृति कि स्वच्छता का कार्य प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने युवाओं से विशेष आग्रह करते हुए पौधरोपण एवं स्वच्छता कार्यक्रमों पर ज्यादा से ज्यादा अपना सहयोग देने की बात कही । उन्होंने कहा कि हरेला पर्व पर प्रदेश में 15 लाख पौधे लगाए जायेंगे, जिनमें 50 प्रतिशत फलदार पौधे होंगे। इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक उमेश शर्मा काऊ, प्रमुख सचिव वन आर.के. सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक विनोद कुमार सिंघल, गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आर राजेश कुमार एवं वन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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