कांवड़ियों के सैलाब की तुलना में शौचालय जैसी सुविधा नहीं थी। जिससे कांवड़िए रोड़ीबेलवाला, उत्तरी हरिद्वार, पंतद्वीप पार्किंग और बैरागी कैंप समेत गंगा किनारे गंदगी कर रहे थे। हर तरफ गंदगी के अलावा कूड़े और प्लास्टिक के ढेर लगे हैं। गंगा घाट भी कूड़े से भरे हैं।
शहर से सामान्य दिनों में रोजाना 150 से 200 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है। जबकि स्नान पर्व पर एक दिन में 400 मीट्रिक टन तक कूड़ा निकलता है। अब कांवड़ मेले में कांवड़ियों का हुजूम उमड़ने के बाद गंगा घाट और तमाम जगहों पर गंदगी फैल गई। जिसे साफ करने के लिए अब हरकी पैड़ी और गंगा घाटों के अलावा मेला क्षेत्र से कूड़ा सफाई अभियान शुरू हो गया है।
सफाई अभियान में सहायक नगर आयुक्त श्याम सुंदर प्रसाद, जेई नरेश सिंह, सफाई निरीक्षक श्रीकांत, सफाई निरीक्षक विकास छाछर, सफाई निरीक्षक सुनित, सफाई निरीक्षक विकास चौधरी समेत 80 कर्मचारी रहे। नगर आयुक्त ने बताया कि गंगा घाटों के बाद बाकी मेला क्षेत्र में सफाई अभियान चलेगा। प्रत्येक जोन में 60-60 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने कहा कि गंगा घाटों और शहर की सफाई का अभियान शुरू कर दिया गया है। मंगलवार रात से बुधवार तक गंगा घाटों से 500 मीट्रिक टन कूड़ा उठाया गया। आगामी एक-दो दिनों में पूरा शहर गंदगी मुक्त हो जाएगा।