उत्तर प्रदेश; प्राप्त जानकारी के अनुसार लखनऊ यूनिवर्सिटी और उससे जुड़े कालेजों में बीए, बीएससी और बीकॉम फर्स्ट सेमेस्ट का कोई छात्र फेल नहीं होगा। जीरो नंंबर मिला तो भी वो अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाएगा। क्योंकि विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 स्नातक स्तर पर भी लागू कर दी गई है। ऐसा इसलिए हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सिर्फ वही छात्र पहले से दूसरे सेमेस्टर में प्रमोट नहीं होंगे जो यूएफएम में बुक होंगे या पूरी परीक्षा में शामिल नहीं होंगे। जानकारी के अनुसार भले ही विद्यार्थी को 33 फीसदी से अंक कम क्यों न मिले हों, अगर विद्यार्थी के अंक जीरो भी हैं तो भी उसे दूसरे सेमेस्टर में प्रमोट किया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस सुविधा का लाभ बीए, बीएससी और बीकॉम के साथ ही एनईपी के अन्तर्गत सभी स्नातक पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को मिलेगा। एक लाख 22 हजार 268 छात्र-छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा।
एलयू ने हाल ही बीएससी प्रथम वर्ष का परिणाम जारी किया था। बड़ी संख्या में जीरो अंक मिलने की शिकायत की थी। जिसके बाद विश्वविद्यालय ने साफ किया था कि छात्रों के अंक नहीं बल्कि क्रेडिट प्वाइंट के आधार पर मिले ग्रेड प्वाइंट जीरो हैं। जिसके बाद मामला शांत हुआ। परिणामों में सख्त मूल्यांकन नीति दिखी है। 10 हजार छात्र-छात्राओं को 25 फीसदी से कम अंक मिले हैं।
बीए एनईपी 85772, बीएससी एनईपी 25316, बीकॉम एनईपी 11180
प्राप्त जानकारी के अनुसार एनईपी के तहत स्नातक प्रथम सेमेस्टर में यदि कोई छात्र किसी विषय में फेल है तो भी उसे दूसरे सेमेस्टर में प्रमोट कर दिया जाएगा। जब छात्र तीसरे सेमेस्टर में आएगा तो उसे पहले सेमेस्टर में फेल विषय की भी परीक्षा देनी होगी। इससे छात्रों को एक साल का समय मिलेगा और एलयू पर बैक का दबाव कम होगा। एनईपी में स्नातक प्रथम सेमेस्टर के जीरो अंक मिले तो भी छात्र प्रमोट होंगे। विद्यानन्द त्रिपाठी, परीक्षा नियंत्रक
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीएससी के परिणाम जारी होने के बाद जिन छात्रों के 33 फीसदी से कम होने पर जीरो ग्रेड प्वाइंट मिले हैं। उन छात्रों में भ्रम है कि वे दूसरे सेमेस्टर में प्रमोट नहीं होंगे। जिसके बाद छात्रों ने एलयू में प्रदर्शन किया था लेकिन लखनऊ विश्वविद्यालय ने साफ कर दिया है कि सभी छात्रों को दूसरे सेमेस्टर में प्रमोट किया जाएगा।