बिहार; राजधानी पटना में सक्रिय देह व्यापार गिरोह अब उज्बेकी बालाओं को इस अनैतिक व्यापार में उतार रहे हैं। यहां से उज्बेकिस्तान की लड़कियों को भारत लाया जा रहा है। उज्बेकिस्तान की लड़कियों को बिना वीजा के नेपाल के रास्ते प्रवेश करा उन्हें इस अनैतिक धंधे में शामिल कराने की बात सामने आई है। सूबे में उज्बेकी बालाओं को अनैतिक धंधे में उतारने की यह सूचना दिल्ली की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल ने देते हुए पुलिस मुख्यालय को इसकी रोकथाम के लिए सतर्क कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिल्ली में हाल में तीन उज्बेकी महिलाओं को दलालों के साथ हुई गिरफ्तारी में इस संबंध में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई है। यद्यपि दिल्ली में गिरफ्तार उज्बेकी महिलाएं टूरिस्ट वीजा पर भारत में प्रवेश कर कैब चालक के जरिये अनैतिक धंधे में लिप्त पाई गई हैं लेकिन सूबे के अररिया, किशनगंज, जोगबनी जैसे इलाके में नेपाल के रास्ते बिना टूरिस्ट वीजा के भी लंबी खुली सीमा से उज्बेकी लड़कियों को प्रवेश कराने की घटना से पुलिस मुख्यालय सतर्क हो गया है।
नेपाल के रास्ते बिना भारतीय वीजा के प्रवेश करा रहे सीमांचल के दलाल
राजधानी पटना और दिल्ली में व्हाट्स एप संदेशे पर भेजी जाती ठिकाने पर
दिल्ली पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की सूचना पर पुलिस मुख्यालय ने अररिया, किशनगंज, जोगबनी, फारबिसगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, सुपौल पुलिस को किया सतर्क। सीमांचल के इन जिलों से दलाल बुर्का पहनाकर बाइक पर तो कभी कुछ दूरी तक स्थानीय ग्रामीणों संग पैदल चलाकर प्रवेश करा रहे हैं। सीमा पर चौकसी बरत रहे एसएसबी जवानों को भी चकमा देने में स्थानीय लोगों की मदद से दलाल सफल हो उन लड़कियों को पटना और दिल्ली पहुंचा रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, देह व्यापार के गिरोह संचालक उज्बेकी लड़कियों को 25 हजार रुपये में सौदा तय करते हैं। सौदा तय होने पर किसी रिहाइशी इलाके में अपने संचालित ठिकाने पर ही मुहैया कराते हैं ताकि पुलिस या एंटी ह्यूूमन ट्रैफिकिंग सेल को इसकी भनक तक नहीं लग सके। इसके लिए व्हाट्स एप कालिंग कर रैकेट संचालक अपने उन चुनिंदे ग्राहकों तक विदेशी लड़कियां उपलब्ध करा रहे हैं। महंगे किराए वाली अपार्टमेंट में चलने वाले अनैतिक व्यापार में कुछ बड़े ठेकेदार और प्रापर्टी डीलरों को लग्जरी कार में दार्जलिंग, मिरिक, कलिंपोंग, गंगटोक भी भेजे जाने की बात सामने आ रही है। इसके लिए मोटी रकम रैकेट संचालक वसूल रहे हैं।
14 अप्रैल 2022 को एक उज्बेकी युवती सुपौल जिले के रहने वाले दो लड़कों के साथ सीमा पर बिना वीजा के गिरफ्तार। 23 सितंबर 2021 को जोगबनी खुली सीमा से सटे टिकुलिया होकर प्रवेश करते उज्बेकी महिला बिना वीजा के गिरफ्तार। 28 अक्टूबर 2021 को बिना वीजा के नरपतगंज निवासी युवक के साथ तीन उज्बेकी महिलाएं गिरफ्तार। अनैतिक व्यापार रोकथाम अधिनियम 1956 और विदेशी अधिनियम में हो रही कार्रवाई
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पकड़ी जा रही उज्बेकी महिलाओं और उनके साथ स्थानीय एजेंटों की गिरफ्तारी बाद उज्बेकी महिलाओं के विरुद्ध विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रह है, जबकि अनैतिक व्यापार में शामिल होने की पुष्टि होने पर अनैतिक व्यापार रोकथाम अधिनियम 1956 के तहत केस दर्ज किया जा रहा है। नेपाल से लगी सूबे की सीमा पर बिना वीजा के पकड़ी जा रहीं उज्बेकी महिलाओं के विरुद्ध् अबतक केवल विदेशी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। उनमें कुछ को जमानत मिलने के बाद भी उनके अपनों के नहीं आने और बगैर पुख्ता पहचान प्रमाण के मुक्ति नहीं मिल सकी है। उन्हें विदेशियों के लिए बनाए गए सेल्टर होम में रखा जा रहा है। वैध वीजा पर भी प्रवेश कर वीजा अवधि समाप्ति बाद भी इन विदेशी महिलाओं के वापस नहीं लौटने की भी बातें सामने आ रही हैं।