राजस्थान; भाजपा के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा के विवादास्पद बयान पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। आहूजा से जांच अधिकारी डीएसपी रामगढ़ कमल मीना ने दो घंटे पूछताछ की। पुलिस ने वायरल वीडियो के संबंध में कई सवाल किए। इस दौरान आहूजा से करीब पच्चास प्रश्न किए गए। उल्लेखनीय है कि गोविंदगढ़ मॉब लिंचिंग मामले में विवादास्पद बयान देने वाले भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा शुक्रवार उन्नीस अगस्त को चिरंजी लाल सैनी के परिजनों से मिलने पहुंचे ज्ञानदेव ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बयान दिया था। इस वीडियो में भड़काऊ भाषण के आरोप में फंसे आहूजा पुलिस के नोटिस पर रामगढ़ डीएसपी कार्यालय पहुंचे थे।
मिली जानकारी के अनुसार, ज्ञानदेव आहूजा ने कहा कि मैंने कुछ गलत नहीं कहा और पुलिस के सवालों के जवाब दिए हैं। इस मामले में जब पुलिस चार्जशीट दाखिल करेगी। उसके बाद इस मामले पर बोलूंगा। उन्होंने कहा कि अभी जांच और पूछताछ का खुलासा नही कर सकता हूं। आहूजा ने स्पष्ट किया कि वो कभी भी मुस्लिम विरोधी नहीं रहे। जो वीडियो सामने आई है वो पूरी तरह से काट छांट करके बनाया गया है। करीब आधा घंटे वो आपसी बातचीत करते रहे. उस समय जो प्रसंग उठे उस पर लंबी बातचीत हुई. मैंने किसी पत्रकार को कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया। अलवर एसपी तेजस्विनी गौतम ने कहा कि ज्ञानदेव आहूजा को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। रामगढ़ में डिप्टी एसपी ने ज्ञानदेव आहूजा से पूछताछ की है। एफएसएल टीम की रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में चार्जशीट पेश की जाएगी। वॉइस सैंपल लेने की आवश्यकता नहीं पड़ी क्योंकि ज्ञानदेव आहूजा के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर वीडियो मिल गए थे। इस मामले में सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
भाजपा के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा के बयान पर सोमवार को राजधानी जयपुर में सीएम गहलोत ने प्रतिक्रिया दी है। सीएम गहलोत ने कहा कि ज्ञानदेव आहूजा की सोच भाजपा-आरएसएस की सोच है। आहूजा ने बयान देकर भाजपा की सोच को प्रदर्शित किया है। इस माममे में कानून अपना काम करेगा। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।