December 23, 2024

Devsaral Darpan

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बदायूं में युवतियों और महिलाओं की खरीद.फरोख्त करने वालों के कई गिरोह सक्रिय।

बदायूं;  लखनऊ में कुशीनगर से 80 हजार रुपये में खरीद कर लाई जा रही युवती को पुलिस ने मुक्त कराया। उत्तर प्रदेश के बदायूं में युवतियों और महिलाओं की खरीद-फरोख्त करने वालों के कई गिरोह सक्रिय हैं।  इसी तरह अक्टूबर 2021 में उसावां में भी इसी तरह का मामला सामने आया था। वहां भी किशोरी को कुशीनगर से ही खरीद कर लाया गया था।

मिली जानकारी के अनुसार, जिले में इस तरह के बीते एक साल में कई मामले सामने तो आए लेकिन थाने तक सिर्फ दो ही पहुंचे। अधिकतर मामलों में युवती और महिला खुद ही परिस्थितियों को देखकर आत्मसमर्पण कर देती हैं। यही वजह है कि जिले में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) थाने की तरह काम करने के बाद भी वहां कोई शिकायत दर्ज नहीं है।

जिले के उसावां, उझानी, दाततागंज, बिनावर, सिविल लाइंस और बिसौली थाना क्षेत्र के कई गांव ऐसे हैं, जहां के लोग महिलाओं, युवतियों और किशोरियों की खरीद फरोख्त करने का काम करते हैं। उसावां थाना क्षेत्र के गांव नगरिया चिकन गांव में अक्टूबर 2021 में एक किशोरी को कुशीनगर से खरीदकर लाया गया था।

किशोरी के विरोध करने के बाद मामला सामने आया तो ग्रामीणों ने शिकायत पुलिस से की थी। पुलिस ने यहां से किशोरी काे बरामद किया और कुशीनगर के भोला, नगरिया चिकन निवासी भावेश समेत चार लोगों का आरोपित बनाकर जेल भेजा था। इसी तरह दातागंज में पश्चिम बंगाल से लाई गई एक युवती की जबरन शादी कराई गई। अगले ही दिन पूरे परिवार को बेहोश कर सारा जेवर लेकर फरार हो गई थी। इस मामले में भी दातागंज के तीन बिचौलियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। इन दोनों ही मामलों में पुलिस ने चार्जशीट लगा दी है। इसके अलावा सिविल लाइंस, उझानी और बिसौली में भी इस प्रकार की शिकायतें आईं, लेकिन उनमें मुकदमा दर्ज नहीं हो सका। जिले के उसावां के नगरिया चिकन में महिलाओं की खरीद फरोख्त से जुड़े कई मामले सामने आए थे। जब यहां के लोगों की गिरफ्तारी हुई तो उन्होंने बताया कि वह लोग उप्र के पूरब के जिलों से महिलाओं को लाते हैं। इसके अलावा पश्चिम बंगाल और बिहार के जिलों में भी किशोरी, महिला और युवतियां मिल जाती है।

वहां गरीबी होने के चलते माता पिता ही अपनी बेटियों को बेच देते हैं, जिन्हें यहां लाकर ऐसे लोगों को बेच दिया जाता है, जिनकी शादी नहीं होती है। इसके लिए सौदा पहले तय होता है, बाद में दलाल जाकर लड़की लाता है। इस गिरोह में कई महिलाएं भी शामिल हैं।

लखनऊ के बीबीडी थाना क्षेत्र के इंदिरा नहर पर नो एंट्री के पास यातायात पुलिस ने एक कार से महिला की चीख सुनी तो उसे रोका गया। जांच करने पर पता चला कि उसमें एक युवती है, जिसमें कुशीनगर से खरीदकर बदायूं ले जाया जा रहा है। इस मामले में पुलिस ने उझानी के करन गौतम, आशा गौतम, ओम पाल और दातागंज के गांव पड़ेली निवासी पंचूराम शर्मा को गिरफ्तार किया था। हालांकि जिले में इन लोगों के खिलाफ इस प्रकार का कोई मुकदमा पहले से दर्ज नहीं था।

महिलाओं की खरीद फरोख्त से संबंधित मामले अब तक एएचटीयू के पास सीधे नहीं आए हैं। कुछ मामले थानों में दर्ज हुए थे, जिनकी जांच कर जानकारी जुटाई गई थी। शेष कार्रवाई थाने स्तर से हुई है। यहां कोई व्यक्ति सीधे शिकायत करने नहीं आता है। टीम जांच करती रहती है, मामला संज्ञान में आकर संबंधित से जानकारी ली जाती है।

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