देहरादून: सूचना और प्रसारण मंत्रालय ऑनलाइन शैक्षिक मोबाइल गेम्स के जरिए युवाओं को राष्ट्र निर्माण से जोड़ने की पहल की है। आजादी क्वेस्ट के माध्यम से शिक्षा, मनोरंजन के साथ सूचना में प्रभावकारी तरीके से युवा छात्रों के रुचि को बढ़ावा देने का प्रयास है। इससे युवाओं को देश के कोने-कोने के गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों की प्रमाणिक जानकारी भी मिलेगी।
शुक्रवार को प्रेस क्लब में पीआइबी के अपर महानिदेशक विजय कुमार ने पत्रकारों से वार्ता की। उन्होंने जिंगा इंडिया के सहयोग से सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ओर से विकसित ऑनलाइन शैक्षिक मोबाइल गेम्स की एक श्रृंखला आजादी क्वेस्ट की जानकारी दी।
इस दौरान उन्होंने कहा कि ये गेम ऑनलाइन गेम खेलने वालों के विशाल बाजार का उपयोग करने और गेम के माध्यम से उन्हें शिक्षित करने की दिशा में एक प्रयास है। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत भारत सरकार के विभिन्न विभागों ने देश के कोने-कोने से गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानकारी एकत्रित की है। आज़ादी क्वेस्ट इन जानकारियों से मिलने वाली सीख को आकर्षक और संवादात्मक बनाने का एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के आयोजन के हिस्से के रूप में और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की कहानी को सामने लाने के लिए केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने 24 अगस्त को आजादी क्वेस्ट का शुभारम्भ किया है। यह स्वतंत्रता संग्राम में हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और गुमनाम नायकों के योगदानों का सम्मान करने की दिशा में सरकार की ओर से किए गए विभिन्न प्रयासों की एक श्रृंखला में एक और कदम है।
पीआइबी के अपर महानिदेशक ने बताया कि ये गेम ऑनलाइन गेम खेलने वालों के विशाल बाजार का उपयोग करने और गेम के माध्यम से उन्हें शिक्षित करने की दिशा में एक प्रयास है। भारत सरकार के विभिन्न विभागों ने देश के कोने-कोने से गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानकारी एकत्रित की है। आज़ादी क्वेस्ट इन जानकारियों से मिलने वाली सीख को आकर्षक और संवादात्मक बनाने का एक प्रयास है।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ वर्षों में भारत गेमिंग के क्षेत्र में शीर्ष पांच देशों में शामिल हो गया है। अकेले 2021 में गेमिंग के क्षेत्र में 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2020 से लेकर 2021 तक ऑनलाइन गेम खेलने वालों की संख्या में आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है और 2023 तक ऐसे गेम खेलने वालों की संख्या 45 करोड़ तक पहुंच जाने की उम्मीद है। यह क्वेस्ट ऐप एवीजीसी क्षेत्र की क्षमताओं को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होंगे और साथ ही हमारे गौरवशाली इतिहास को दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचायेंगे। ऐप आसानी से हमारे स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी प्रामाणिक जानकारियों का एक सुलभ खजाना बन जायेंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राघवेश पांडेय, संयुक्त निदेशक, डीडी न्यूज़, रोहित त्रिपाठी, उप निदेशक, पीआइबी, और डॉ संतोष आशीष, सहायक निदेशक, केंद्रीय संचार ब्युरो भी उपस्थित थे।
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