ताइपे; मिली जानकारी के अनुसार, ताइवान के एर्डन द्वीप के हवाई क्षेत्र में मंगलवार को चीनी सेना का ड्रोन घुस आया। ताइवानी सुरक्षा बलों ने प्रोटोकाल के अनुसार, पहले चेतावनी जारी की। इसका कोई असर होता न देख बाद में सुरक्षा बलों ने उस पर गोलियां दागीं और उसे अपने क्षेत्र से भागने पर विवश कर दिया। यह घटना उस समय सामने आई है, जब दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ा हुआ है। चीन और ताइवान के बीच तनाव चरम पर है। अपने हवाई क्षेत्र में घुसे चीनी सेना के ड्रोन पर ताइवानी सेना ने गोलीबारी की है।
मिली जानकारी के अनुसार, ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि मंगलवार को लगभग 5:59 बजे एक ड्रोन एक बार फिर एर्डन द्वीप पर प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर गया। रक्षा बलों ने प्रोटोकॉल के अनुसार चेतावनी जारी की। क्योंकि ड्रोन क्षेत्र पर मंडराता रहा, ताइवान के रक्षा बलों ने गोलियां चलाईं और उसे वापस जाने के लिए मजबूर कर दिया। ड्रोन ने शाम लगभग 6 बजे ज़ियामेन की ओर उड़ान भरी।
ताजा घटना विशेष रूप से यूएस हाउस की स्पीकर नैंसी पेलोसी की यात्रा के बाद चीन और ताइवान के बीच बढ़ते तनाव के माहौल की पृष्ठभूमि में आई है। इसमें कहा गया है कि किनमेन रक्षा बल हाई अलर्ट पर रहेंगे और अपनी निगरानी बढ़ाएंगे। एर्डन द्वीप किनमेन द्वीपसमूह का हिस्सा है। जियामेन शहर फुजियान के तटीय चीनी प्रांत में स्थित है।
ताइपे में रक्षा मंत्रालय ने पहले घोषणा की थी कि ताइवान की सेना अपने बाहरी द्वीपों के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ करने वाले चीनी ड्रोन पर गोलीबारी शुरू कर देगी, जबकि रेडियो फ्री एशिया (आरएफए) की सूचना दी कि व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका ताइवान स्ट्रेट में चीन द्वारा लगाए गए किसी भी ‘नए प्रतिबंध’ को स्वीकार नहीं करेगा।।
अगस्त के मध्य से ताइवान के मुख्य द्वीप से 180 किलोमीटर लेकिन चीन से 10 किलोमीटर से भी कम दूर किनमेन के बाहरी द्वीप पर कई नागरिक ड्रोन उड़ते हुए देखे गए हैं। 16 अगस्त को ताइवान के मास्क पहने हुए दो सैनिकों ने कथित तौर पर एक चीनी ड्रोन पर पत्थर फेंके, जब वह उनकी सैन्य चौकी के ऊपर से उड़ रहा था।
किनमेन डिफेंस कमांड ने कहा कि दो अन्य चीनी ड्रोन क्रमशः शनिवार और सोमवार को लिटिल किनमेन द्वीप और पास के लायन आइलेट में पाए गए। बयान में कहा गया है कि जो करीब चार बजे शाम लायन आइलेट के ऊपर से गुजरा, वह जमीन से महज 30 मीटर की दूरी पर बहुत नीचे उड़ रहा था।
ताइवान अपनी सुरक्षा को लेकर बहुत ही सतर्कता बरत रहा है। वह चीन की हर हरकत का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। वह पहले ही घोषणा कर चुका है कि उसके क्षेत्र में यदि चीनी ड्रोन दिखे तो वह उन्हें मार गिराएगा। इस चेतावनी के बाद भी चीनी ड्रोन ने उसके क्षेत्र में घुसकर तनाव को और बढ़ा दिया है।
चीनी माइक्रोब्लॉगिंग साइट वीबो पर पोस्ट किया गया कि 16 अगस्त के वीडियो क्लिप के बाद दर्शकों द्वारा ‘बेहद शर्मनाक’ समझा गया। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि 2023 तक एक राष्ट्रीय ड्रोन रक्षा प्रणाली स्थापित की जाएगी और बाहरी द्वीपों को प्राथमिकता दी जाएगी जैसे कि किनमेन।
मंत्रालय ने पिछले गुरुवार को कहा कि इसका संचालन करते समय सैनिक और अधिकारी ‘संघर्ष को भड़काने और विवाद न करने’ के सिद्धांत का पालन करना जारी रखेंगे और उचित प्रतिवाद लेने के लिए तकनीकी उपकरणों का उपयोग करेंगे। चीनी घुसपैठ के लिए अमेरिका द्वारा संभावित टाइट फॉर टेट प्रतिक्रिया में ताइवान के एक मीडिया आउटलेट ने कहा कि अज्ञात अमेरिकी सैन्य विमान ने 28 अगस्त और 29 अगस्त को चीन के हवाई क्षेत्र में उड़ान भरी।
संपादन: अनिल मनोचा