कोलंबो; आर्थिक संकट से गुजर रहे श्रीलंका ने पिछले दिनों अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से मदद की गुहार लगाई थी। श्रीलंका ने आईएमएफ से 3 बिलियन डालर ऋण की मांग की थी। ऐसे में बुधवार को श्रीलंका ने आईएमएफ के साथ समझौता किया है। जिसकी आधिकारिक घोषणा बुधवार को कर सकता है।
मिली जानकारी के अनुसार, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने मंगलवार को अंतरिम बजट पेश करते हुए संसद को बताया था कि बेल आउट पाने के लिए आईएमएफ के साथ बातचीत अंतिम दौर में है। जल्द ही आईएमएफ के प्रबंधन अधिकारियों के साथ ऋण समझौते को लेकर बैठक हो सकती है। आईएमएफ की एक टीम ने मंगलवार को ट्रेजरी सचिव सहित श्रीलंका के अधिकारियों के साथ बातचीत की थी। चर्चा के दौरान अधिकांश मुद्दों पर दोनों के बीच सहमति बन गई थी। गौरतलब हो कि श्रीलंका के लोग महीनोंं से रोजमर्रा के समानों के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
श्रीलंका में तब राजनीतिक संकट उत्पन्न हो गए थे जब अर्थिक संकट से जूझ रहे लोगों ने विद्रोह कर दिया था। ऐसे में राष्ट्रपति गोटवाया राजपक्षे आर्थिक संकट से जूझ रहे देश को छोड़ कर भाग गए थे। इसके बाद 6 बार के प्रधानमंत्री रहे रानिल विक्रमसिंघे को राष्ट्रपति बनाया गया। तब से हालत में कुछ सुधार देखने को मिल रहा है। रानिल विक्रमसिंघे ने देश की हालत सुधारने के लिए आईएमएफ टीम के साथ कई दौर की बातचीत की। साथ ही लगभग 29 बिलियन डॉलर के अपने कर्ज का पुनर्गठन करने की भी कोशिश कर रहे हैं। श्रीलंका जल्द ही निजी ऋणदाताओं से बातचीत की योजना बना रहा है। जिनसे ऋण पुनर्गठन करने पर चर्चा करेगा।