ऋषिकेश; उत्तराखंड के पांचवें धाम सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल श्री हेमकुंड साहिब के कपाट दस अक्टूबर को विधि विधान के साथ बंद होंगे। कपाट इस वर्ष 22 मई 2022 को खोले गए थे। गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब ट्रस्ट के उपाध्यक्ष सरदार नरेंद्र जीत सिंह बिंद्रा ने बताया कि इस वर्ष दो लाख पंद्रह हजार तीर्थयात्री तीर्थ के दर्शन कर चुके हैं। इसके अलावा फूलों की घाटी में आने वाले लगभग सभी पर्यटक श्री हेमकुंट साहिब के दर्शन कर चुके हैं।
गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब के न्यासी मंडल ने निर्णय लिया है कि गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब के कपाट दस अक्टूबर को दोपहर एक बजे बंद हो जाएंगे। ट्रस्ट उपाध्यक्ष ने तीर्थयात्रियों से अनुरोध किया कि वे बंद होने की तारीख को ध्यान में रखें और उसी के अनुसार श्री हेमकुंट साहिब के दर्शन करने का कार्यक्रम बनाएं।
हेमकुंड साहिब सिखों का पवित्र तीर्थ स्थल है। उत्तराखंड के चमोली जनपद में 15,225 फीट की ऊंचाई पर स्थित हेमकुंड साहिब है। यहां देश-विदेश से श्रद्धालु यात्रा पर आते हैं। कहा जाता है कि हेमकुंड साहिब की खोज 1934 में हुई। इसका जिक्र डिवाइन हेरिटेज आफ हेमकुंड साहिब एंड वर्ल्ड हेरिटेज आफ वैली आफ फ्लावर किताब में भी किया गया है। किताब में बताया गया है कि हेमकुंड साहिब में गुरुद्वारा वर्ष 1936 में बनाया गया। 1937 में यहां गुरु ग्रंथ साहब की पहली अरदास हुई।