बेंगलुरू; केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अपने बयान में कहा कि, उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को सुझाव दिया है कि बेंगलुरु में स्काईबस एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसमें करीब 200 लोग बैठ सकते हैं और सड़कों के ऊपर और हवा में ही कहीं भी आसानी से जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम वाराणसी में भी स्काईबस सेवा की योजना बना रहे हैं। दुनिया में केवल दो कंपनियां हैं जो स्काईबस बनाने के काम में विशेषज्ञता रखतीं हैं। इनमें से एक कंपनी फ्रांस में है और दूसरी ऑस्ट्रिया में है।
मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बेंगलुरू में वाहनों की भीड़ को कम करने के लिए स्काईबस सेवा का प्रस्ताव दिया है। स्काईबस मेट्रो की तरह ही है, लेकिन इसमें अंतर यह है कि यह सड़कों के ऊपर, एक एलिवेटेड ट्रैक पर चलती है, जिसमें बैठने का स्थान नीचे की तरफ होता है। नितिन गडकरी ने कहा कि वो अंतरराष्ट्रीय सलाहकार से तीन महीने में प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहेंगे। जिसे राज्य के मुख्यमंत्री को सौंपा जाएगा। उसके बाद प्रस्ताव को लेकर आगे की चर्चा की जाएगी। गडकरी शुक्रवार को परिवहन विकास परिषद की 41वीं बैठक को संबोधित कर रहे थे। बेंगलुरु में यातायात को नियंत्रित करने के एक अन्य विकल्प के रूप में उन्होंने ट्रॉली बस का भी जिक्र किया। इसमें 88 यात्री बैठ सकते हैं।
गडकरी ने यातायात की भीड़ को कम करने के लिए शहर के मल्टी लेयर फ्लाईओवर का भी प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु-मैसुरु, बेंगलुरु-चेन्नई, बेंगलुरु-विजयवाड़ा, बेंगलुरु-पुणे और सैटेलाइट टाउन रिंग रोड एक्सप्रेसवे जैसी परियोजनाओं से बाहरी क्षेत्रों में यातायात की भीड़ कम होगी। उन्होंने कहा कि शहर के भीतर मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्गों को चौड़ा करने की अपनी सीमाएं हैं। इसलिए हम शीर्ष डेक पर मेट्रो रेल के साथ मल्टी लेयर एलिवेटेड फ्लाईओवर की योजना बना रहे हैं।
संपादन: अनिल मनोचा