देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इस बात का प्रमाण पूर्व नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रीतम सिंह के बेटे अभिषेक सिंह के कांग्रेस कार्यकारिणी से इस्तीफा देना है।
प्रीतम सिंह के बेटे ने वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी को अपने त्याग पत्र का कारण बताया है। उन्होंने पीसीसी प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य बनाए जाने के तीसरे दिन अपने पद से त्याग पत्र दे दिया। उनका मानना है कि पीसीसी सदस्य चयन में वरिष्ठ और जनाधार वाले नेताओं की अनदेखी की गई। कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी जारी होने के बाद कई वरिष्ठ नेता नाराज नजर आ रहे हैं लेकिन अभिषेक ने यह कदम उठाकर औरों को रास्ता दिखाया है।
उन्होंने एक पत्र प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को लिखकर अपनी नाराजगी प्रकट की। अपने पत्र में अभिषेक सिंह ने लिखा है कि मुझे प्रदेश कांग्रेस कमेटी का सदस्य नामित किया गया जिसके लिए मैं आपका आभारी हूं। अपने पत्र में उन्होंने लिखा है सोनिया और राहुल के हाथों को मजबूत करने के लिए प्रदेश में कांग्रेस का मजबूत होना नितांत आवश्यक है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नामित सदस्यों में कई वरिष्ठ व जनाधार वाले कांग्रेसजनों को स्थान नहीं मिल पाया है जिससे कांग्रेसजनों में आक्रोश दिखाई दे रहा है। कांग्रेस परिवार को भविष्य में कोई क्षति न हो मैं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य का पद त्याग रहा हूं।
अपने पत्र में उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा से आग्रह किया है कि मेरी जगह किसी वरिष्ठ कांग्रेसजन को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का सदस्य नामित करने का कष्ट करें। उन्होंने कहा है कि मैं अपने दादा स्वर्गीय गुलाब सिंह व पिता प्रीतम सिंह के बताए रास्ते पर चलते हुए एक कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में कांग्रेस को मजबूत करने का कार्य करता रहूंगा।
अभिषेक सिंह के इस पत्र से कांग्रेस में हलचल है। सोशल मीडिया में जारी इस पत्र के बाद कांग्रेस की गुटबाजी सड़कों पर आ गई है। सूची जारी होने के बाद ही अभिषेक सिंह द्वारा त्याग पत्र दिया जाना इस बात का संकेत है कि कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। इस संदर्भ में कांग्रेस का कोई बड़ा नेता फिलहाल कुछ कहने से बच रहा है।
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