फिलहाल राजधानी में दस हजार रेहड़ी और ठेली वाले नगर निगम में पंजीकृत हैं, लेकिन वास्तविकता में संख्या कहीं अधिक है। इनके लिए स्थायी तौर पर पर्याप्त वेंडिंग जोन की व्यवस्था नहीं है। निगम की ओर से जो वेंडिंग जोन बनाए गए हैं, उनकी भी हालत अच्छी नहीं है। ऐसी जगहों पर बनाए गए हैं, जहां कारोबार नहीं कर सकते हैं। ऐसे में अब नगर निगम नए सिरे से वेंडिंग जोन बनाने की तैयारी में जुट गया है। मेयर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि रेहड़ी, ठेली वालों के लिए कई क्षेत्रों में नए वेेंडिंग जोन बनाए जाएंगे।
मिली जानकारी के अनुसार, अफसरों को निर्देशित किया गया है कि वे नए वेंडिंग जोन का प्रस्ताव तैयार करने के साथ ही उन जमीनों को चिह्नित करें, जहां पर वेंडिंग जोन बनाए जा सकते हैं। गामा ने बताया कि रेहड़ी और ठेली वालों के लिए 10 हजार रुपये का ऋण भी मुुहैया कराया जाएगा। राजधानी में नए वेंडिंग जोन बनाने की मांग लगातार रेहड़ी और ठेली वाले उठा रहे हैं। ऐसे में हर नगर निगम की योजना परवान चढ़ती है, तो इससे न सिर्फ रेहड़ी, ठेली वालों को कारोबार करने में सहूलियतें होंगी, वरन शहरियों को भी इसका फायदा मिलेगा।