December 23, 2024

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प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लिखे गए नोट्स- महात्मा गांधी के आदर्शों ने उनके जीवन पर गहरा प्रभाव है छोड़ा

नई दिल्ली; देश ने रविवार को महात्मा गांधी की 153वीं जयंती मनाई। इस अवसर पर मोदी आर्काइव ने एक नोट्स शेयर किया जिसमें युवा मोदी ने महात्मा गांधी के विचारो को लिखा था। नोट्स में उन्होंने लिखा था, ‘मैं सबसे बड़ी संख्या की सबसे बड़ी भलाई के सिद्धांत में विश्वास नहीं करता। 51 प्रतिशत की अच्छाई के लिए 49 प्रतिशत की भलाई का त्याग करना है। यह सिद्धांत एक क्रूर सिद्धांत है। इसके माध्यम से मानवाता को काफी नुकसान हुआ है। मानवता के लिए एक मात्र सिद्धांत है कि सभी के लिए भलाई के काम में विश्वास करना।’

मिली जानकारी के अनुसार,  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास के विचार की प्रेरणा 1980 के दशक की है। इसका खुलासा पीएम मोदी के जीवन और उनके शुरुआती दिनों पर नजर रखने वाले मोदी आर्काइव  ने किया है। मोदी आर्काइव ने पीएम मोदी द्वारा हाथ से लिखे एक नोट्स को भी शेयर किया है, जिसमें उन्होंने इस विचार के बारे में काफी पहले ही लिखा था। पीएम मोदी द्वारा लिखे गए नोट्स से पता चलता है कि महात्मा गांधी के आदर्शों ने उनके जीवन पर गहरा प्रभाव छोड़ा है, जो केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं में भी स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ता है।

मोदी आर्काइव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि एकमात्र वास्तविक, गरिमापूर्ण, मानवीय सिद्धांत है कि सभी के लिए अच्छाई का काम करना। महात्मा गांधी के विचारों को युवा मोदी के द्वारा लिखा गया है, जिनकी जन कल्याणकारी योजनाओं में महात्मा गांधी के विचार भी दिखाई पड़ता हैं। ट्विटर हैंडल ने पीएम मोदी के पोरबंदर दौरे की तस्वीर को भी साझा किया, जहां महात्मा गांधी का जन्म हुआ था।

2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के कुछ ही दिन पहले उन्होंने पोरबंदर जाकर महात्मा गांधी का आशीर्वाद लिया था। पीएम मोदी ने मोदी आर्काइव के ट्वीट को रिप्लाई करते हुए लिखा, ‘क्या आप सभी जानते हैं कि पोरबंदर में महात्मा गांधी का घर जल संरक्षण की एक बड़ी सीख देता है।’ मालूम हो कि इससे पहले पीएम ने रविवार को संसद भवन में महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनके जन्मदिवस पर पुष्पांजलि अर्पित की थी।

संपादन: अनिल मनोचा

 

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