देहरादून; पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण उत्तराखंड में सरकार अब सैलानियों की समस्याओं के समाधान और उन्हें सुविधाएं उपलब्ध कराने के मद्देनजर अहम कदम उठाने जा रही है।
इस कड़ी में पर्यटन विभाग के अंतर्गत पर्यटन पुलिस बनाने की तैयारी है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के अनुसार इस प्रस्ताव पर मंथन चल रहा है। सभी पहलुओं पर विचार के बाद इस बारे में निर्णय लिया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड के धार्मिक और दर्शनीय स्थलों में हर साल ही देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक यहां पहुंचते हैं। इस दौरान कई बार पर्यटक स्थलों में सैलानियों से ज्यादा दाम वसूलने, सुविधाएं न मिलने जैसी कई प्रकार की शिकायतें भी पूर्व में आती रही हैं।
इस सबको देखते हुए विभाग के अंतर्गत ही पर्यटन पुलिस की अवधारणा को धरातल पर उतारने के मद्देनजर कसरत चल रही है। इसका स्वरूप क्या होगा, भर्ती प्रक्रिया, दायित्व जैसे तमाम बिंदुओं को लेकर मंथन चल रहा है। इसका प्रस्ताव तैयार होने पर इसे कैबिनेट में रखा जाएगा।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि सात अक्टूबर को आंध्र प्रदेश के साथ तिरुपति मंदिर और केदारनाथ धाम को लेकर समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
इस सिलसिले में आंध्र प्रदेश के उप मुख्यमंत्री सात अक्टूबर को उत्तराखंड आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस एमओयू का उद्देश्य दोनों मंदिरों में आने-जाने वाले आंध्र प्रदेश व उत्तराखंड के श्रद्धालुओं को सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
दशहरे की छुट्टियों के चलते सोमवार से मसूरी में पर्यटकों की आमद में अच्छी बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे बाजारों व पर्यटन स्थलों की रौनक लौट आई है। मसूरी होटल एसोसिएशन अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि सोमवार शाम तक होटलों में औसतन 60 से 70 प्रतिशत आक्युपेंशी दर्ज की गई है और पर्यटकों की आमद लगातार जारी है।
उन्होंने बताया कि लंबे समय बाद होटल गेस्ट हाउस में पर्यटकों की आमद 50 प्रतिशत से ऊपर पहुंची है। बताया कि बीते शनिवार व रविवार को बाजार काफी मंदा था, लेकिन सोमवार से पर्यटकों की आमद में काफी उछाल आने से पर्यटन व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों के चेहरे खिल उठे हैं।
सोमवार को जार्ज एवरेस्ट, कंपनी गार्डन, कैम्पटी फाल, भट्टा फाल, गनहिल सहित धनोल्टी बुरांशखंडा में भी पर्यटकों की खूब रौनक रही।
संपादन: अनिल मनोचा