छत्तीसगढ़; मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा मानहानि का केस करने या फिर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की बात पर पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने पलटवार किया है। अपने ट्विटर एकाउंट पर उन्होंने लिखा- भूपेश बघेल जी! छत्तीसगढ़ महतारी को लूटने वाले भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने आप मुझे मानहानि की धमकी दे रहे हैं तो सुन लीजिए! एक नहीं 10 केस कीजिए। आप कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी के कहने से ईडी आती है तो साक्ष्य लाइए और यदि प्रमाणित नहीं कर सके तो मैं आप पर मानहानि का दावा करूंगा। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जी, खोखली धमकियां नहीं, अब आपको प्रदेश की जनता को जवाब देना होगा। जहां तक कानूनी कार्यवाही की बात है तो स्मरण रहे मैं भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता हूं। ना मैं डरूँगा, ना मैं झुकूंगा, सच बोला है, सच बोलता रहूंगा।
मिली जानकारी के अनुसार, रायपुर में भूपेश बघेल ने कहा कि डॉ. रमन सिंह आपत्तिजनक बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी का एटीएम कहा है। कोयले में प्रति टन 25 रुपये लेने का आरोप लगाया है। वे इसे प्रमाणित करें, नहीं तो सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। सीएम भूपेश ने कहा कि रमन सिंह अधिकारियों को डरा रहे हैं। इसका मतलब है कि वे खुद डरे हुए हैं। उनको जमीनी हकीकत पता है। वे फेयर तरीके से चुनाव लड़ेंगे तो आज जो हालत है वह भी नहीं रहेगी। इस कारण से अपनी खींज पूर्व सीएम रमन सिंह अधिकारियों पर उतार रहे हैं। 15 साल तक वही अधिकारी अच्छे थे। अब सरकार में नहीं हैं तो अधिकारी खराब हो गए। अफसर अपना काम कर रहे हैं। संविधान के प्रति उनका अपना उत्तरदायित्व है। धमकाना-चमकाना बंद करें।
संपादन: अनिल मनोचा