देहरादून; वनन्तरा रिसॉर्ट प्रकरण में विधि विज्ञान प्रयोगशाला से पांच सैंपल की जांच रिपोर्ट न्यायालय पहुंच गई है। इनमें दो बायलाजिकल सैंपल, जिसमें स्वैब भी शामिल है की जांच देहरादून स्थित राज्य की विधि विज्ञान प्रयोगशाला में हुई है। वहीं, अन्य तीन सैंपल की जांच चंडीगढ़ स्थित केंद्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला से भेजी गई है। इन रिपोर्ट में क्या सामने आया है, इससे पर्दा न्यायिक सुनवाई शुरू होने के बाद ही उठ सकेगा।
मिली जानकारी के अनुसार, इस प्रकरण में डीआइजी पी. रेणुका देवी के नेतृत्व में गठित एसआइटी की जांच अंतिम चरण में है। अपर पुलिस महानिदेशक वी. मुरुगेशन ने बताया कि छह गवाहों के बयान कोर्ट, जबकि 30 गवाहों के बयान एसआइटी दर्ज कर चुकी है। अगले 10 दिन के भीतर एसआइटी कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर देगी।
पौड़ी जिले के गंगा भोगपुर गांव (यमकेश्वर) स्थित वनन्तरा रिसॉर्ट में कार्यरत युवती की 18 सितंबर को चीला नहर में फेंककर हत्या कर दी गई थी। युवती की हत्या के आरोप में रिसॉर्ट के स्वामी पुलकित आर्या और उसके दो साथियों सौरभ भास्कर व अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया गया था।
तीनों आरोपित फिलहाल पौड़ी की जिला जेल में बंद हैं। पुलकित और उसके साथियों पर युवती को देह व्यापार में धकेलने के लिए उस पर दबाव बनाने का भी आरोप है। जांच में यह बात भी सामने आई कि युवती का यौन उत्पीड़न भी किया जा रहा था।
इसका राजफाश इलेक्ट्रानिक साक्ष्यों (विभिन्न वाट्सएप चैट, वायस काल और वीडियो) में हुआ। ये इलेक्ट्रानिक साक्ष्य काफी महत्वपूर्ण बताए जा रहे हैं। इसीलिए एसआइटी ने इलेक्ट्रानिक साक्ष्यों के साथ घटनास्थल व रिसॉर्ट से एकत्र किए गए अन्य साक्ष्यों के सैंपल जांच के लिए देहरादून और चंडीगढ़ की विधि विज्ञान प्रयोगशालाओं में भेजे थे।
एसआइटी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों प्रयोगशालाओं से प्राथमिकता के आधार पर जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आग्रह किया है। इस कड़ी में बुधवार शाम कोटद्वार की न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम की कोर्ट में पांच सैंपल की रिपोर्ट प्रयोगशालाओं की तरफ से भेज दी गई। दोनों प्रयोगशालाओं में कई साक्ष्यों की जांच अभी गतिमान है।
संपादन: अनिल मनोचा