उत्तराखण्ड; मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दलगत भावना से ऊपर उठकर सभी विधायकों से उनके क्षेत्र के विकास के लिए 10-10 औचित्यपूर्ण प्रस्ताव मांगने के साथ ही इन पर तेजी से अमल के लिए एक और कदम उठाया है। उन्होंने शासन स्तर पर आने वाले विधायकों के सभी तरह के प्रस्तावों के निपटारे के लिए गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के लिए दो आईएएस अफसरों को जिम्मेदारी सौंपी है।
मिली जानकारी के अनुसार, गढ़वाल के विधायकों के प्रस्तावों के लिए अपर सचिव ललित मोहन रयाल को नोडल अफसर बनाया गया है। कुमाऊं मंडल के विधायकों के प्रस्तावों के निपटारे की जिम्मेदारी निदेशक शहरी विकास नवनीत पांडेय को दी गई है।
दीपावली के उपहार स्वरूप मुख्यमंत्री ने विधायकों को इस संबंध में विशेष पत्र भेजा है।
पत्र में उन्होंने लिखा है कि विधायकों को अपने क्षेत्र में निरंतर भ्रमण करने की आवश्यकता होती है। क्षेत्र भ्रमण के दौरान संज्ञान में आने वाली जनसमस्याओं के शीघ्र निपटारे और क्षेत्र के विकास से संबंधित योजनाओं के प्रस्तावों पर चर्चा के लिए बार-बार देहरादून आना पड़ता है। बार-बार देहरादून आने से विधायकों का जनसंपर्क एवं क्षेत्र भ्रमण का कार्य प्रभावित होता है। साथ ही उनके राजकीय समय व संसाधनों का भी व्यय होता है।
दोनों नोडल अधिकारियों का दायित्व होगा कि अपने-अपने मंडल से संबंधित विधायकों से प्राप्त प्रस्तावों के शीघ्र निपटारे के संबंध में संबंधित विभागों से समन्वय करेंगे और वस्तुस्थिति से उन्हें अवगत कराएंगे। बता दें कि अभी कुछ दिन पूर्व ही सीएम ने सभी विधायकों से 10-10 औचित्यपूर्ण विकास योजनाओं के प्रस्ताव आमंत्रित किए थे।
मुख्यमंत्री का यह अभिनव प्रयास : भाजपा
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की इस पहल की सराहना की है। उन्होंने कहा कि यह उत्तराखंड के विकास में सबको साथ लेकर चलने का एक और अभिनव प्रयास है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मूल मंत्र सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास का उत्कृष्ट अनुकरण है। उन्होंने विधायकों से अपील की कि वे सीएम के प्रयासों में सहयोग कर अधिक से अधिक क्षेत्रीय विकास के कामों का क्रियान्वयन कराएं।
मिली जानकारी के अनुसार,