December 23, 2024

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‘अमित शाह को गिरफ्तार करो’: तेलंगाना विधायक रिश्‍वत मामले में बोले मनीष सिसोदिया !!

दिल्ली;   उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की पार्टी के विधायकों को खरीदने के कथित प्रयासों के लिए बीजेपी नेतृत्‍व पर तेलंगाना राष्‍ट्र समिति के विधायकों को कथ‍ित रूप से अपने पाले में लाने के लिए रिश्वत देने का आरोप लगाया। साथ ही उन्‍होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को गिरफ्तार करने की मांग भी की। मनीष सिसोदिया ने दावा किया कि भाजपा द्वारा पहले दिल्ली, पंजाब और आठ अन्य राज्यों में इस तरह की कोशिश की गई थी और इस बार तेलंगाना में भाजपा यह खेल खेल रही है।

सिसोदिया ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान कहा, “सवाल यह है कि तेलंगाना में आप चार विधायक खरीदने के लिए 25-25 करोड़ रुपए दे रहे हो, 43 विधायक खरीदने के लिए आपने 1075 करोड रुपए अरेंज कर रखा है यह 1075 करोड़ रुपये किसके हैं? यह पैसा कहां से आ रहा है जिससे विधायक खरीदे जा रहे हैं? इन सब की जांच होनी चाहिए।
साथ ही सिसोदिया‍ ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान बीजेपी नेतृत्‍व पर भी गंभीर आरोप लगाए। सिसोदिया ने कहा, “इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि जो यह नाम ले रहा है, संतोष जी, अमित शाह जी, क्या यह भारतीय जनता पार्टी के नेता बीएल संतोष हैं और क्या शाह जी देश के गृह मंत्री अमित शाह जी हैं और अगर यह देश के गृह मंत्री अमित शाह जी हैं तो यह देश के लिए बहुत खतरनाक है, क्योंकि अगर देश के गृह मंत्री अमित शाह जी बीजेपी के ऑपरेशन लोटस के तहत षड्यंत्र करके विधायक खरीदने में लगे हुए हैं तो देश के लिए इससे ज्यादा खतरनाक बात क्या हो सकती है।

आम आदमी पार्टी (आप) के नेता ने कहा कि इस बार तेलंगाना में भाजपा द्वारा खेला गया गंदा खेल एक बार फिर सामने आया है। उन्‍होंने कहा कि अगर जिस शाह जी का दावा इसमें किया जा रहा है वह देश के गृहमंत्री अमित शाह जी हैं तो उनको गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उनसे पूछताछ होनी चाहिए। मैं समझता हूं सबसे पहले तो ईडी से इसकी जांच होनी चाहिए।
आम आदमी पार्टी के नेता ने कहा कि पूरी बातचीत में सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि बीजेपी की तरफ से एमएलए खरीदने वाले दलाल ने एमएलए को साफ तौर पर कहा कि आप विधायक का नाम बताओ, उसे लेकर आओ और बीएल संतोष जी से और नंबर 2 से मिलवाएंगे और उसके बाद आपकी डील फाइनल होगी।

बीएल संतोष जी को तो सब जानते हैं उसके बाद वही दलाल आगे नंबर दो के बारे में क्लेरिफाई करता है कि यह देश के गृहमंत्री अमित शाह हैं। इसके बाद वह दलाल यह भी कहता है कि इसके बाद सीबीआई और ईडी दोनों की चिंता मत करना, उसको हम देख लेंगे हम इसको ऐसे करते हैं कि जो भी हमारे साथ आता है उसके ऊपर से हम सीबीआई और ईडी के केस हटवा लेते हैं और उसको कुछ नहीं होने देते हैं।

तीन लोगों के बीच बातचीत वाले एक ऑडियो क्लिप का जिक्र करते हुए, जो कथित तौर पर तेलंगाना राष्ट्र समिति (हाल ही में भारत राष्ट्र समिति के रूप में नामित) के कुछ विधायकों को भाजपा में जाने के लिए रिश्वत देने की कोशिश कर रहे थे। सिसोदिया ने कहा, ‘‘इस ऑडियो में, भाजपा के इस दलाल को एक (टीआरएस) विधायक को भाजपा में शामिल होने के लिए यह कहते हुए समझाते हुए सुना जा सकता है कि वे दिल्ली के 43 विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश कर रहे हैं और इसके लिए पैसा अलग रखा गया है। उसे (दलाल को) यह भी कहते हुए सुना जा सकता है कि उसने शाह और बीएल संतोष से भी बात की है।’’
सिसोदिया ने कहा, ‘‘यह किसी देश के लिए बहुत खतरनाक बात है यदि उसके गृहमंत्री इस तरह की साजिश में शामिल हों।’’

पिछले बुधवार को, तेलंगाना में मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की पार्टी के विधायकों को कथित रूप से खरीदने की कोशिश करने के आरोप में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया था। एक अदालत द्वारा उनकी हिरासत की मांग करने वाली पुलिस की याचिका को ठुकराने के बाद वह व्यक्ति मुक्त हो गया था।

आरोपियों को हैदराबाद के पास एक फार्महाउस से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि वे टीआरएस के चार विधायकों को भाजपा में जाने के लिए रिश्वत देने के कार्य में पकड़े गए थे। तेलंगाना में भाजपा के कथित ‘ऑपरेशन लोटस’ का जिक्र करते हुए, श्री सिसोदिया ने कहा: “27 अक्टूबर को, आप में से कुछ ने सूचना दी थी कि साइबराबाद में छापेमारी हुई थी और तीन दलालों को ₹ 100 करोड़ के साथ पकड़ा गया था। वहां उन दलालों की भी तस्वीरें हैं। ये दलाल भाजपा के ऑपरेशन लोटस को चलाते हुए पकड़े गए थे। ये तीन दलाल रामचंद्र भारती, सिमैया और नंद कुमार हैं।”
इस साल अगस्त में, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आप नेतृत्व ने भाजपा पर दिल्ली में अपनी सरकार गिराने के लिए अपने विधायकों को 20 करोड़ रुपये की पेशकश करने का आरोप लगाया था। सिसोदिया ने कहा कि मनी ट्रेल को ट्रैक करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को शामिल किया जाना चाहिए।
सम्पादन : अनिल मनोचा

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