उत्तराखंड; दूसरे राज्यों से आने वाले दूध का बड़ा बाजार है। विभाग का अनुमान है कि दूसरे राज्यों से प्रदेश में रोजाना लगभग चार लाख लीटर दूध की आपूर्ति हो रही है। इससे 50 रुपये प्रति लीटर दूध की कीमत के हिसाब से एक दिन में दो करोड़ रुपये का कारोबार होता है। अब सरकार की नजर बाहर से आने वाले दूध के कारोबार पर है।
मिली जानकारी के अनुसार, प्रदेश भर में प्रतिदिन 49 लाख लीटर दूध का उत्पादन होता है। इसमें लगभग 25 लाख लीटर दूध बिक्री योग्य है। वर्तमान दुग्ध सहकारी समितियों के माध्यम से प्रतिदिन 1.85 लाख लीटर दूध का उपार्जन किया जाता है। इस दूध को बाजार में आंचल ब्रांड के नाम से उपभोक्ताओं तक पहुंचाया जाता है।
प्रदेश में दूसरे राज्यों से अलग-अलग कंपनियों का प्रतिदिन चार लाख लीटर दूध आता है। इससे राज्य में सालाना लगभग नौ सौ करोड़ का कारोबार होता है। यह पैसा सीधा प्रदेश से बाहर जा रहा है। सरकार अब 2025 तक प्रदेश में उत्पादित दूध का उपार्जन और मार्केटिंग के लिए कार्य योजना बना रही है। इसमें दूसरे राज्यों से आने वाले दूध के कारोबार का 25 से 30 प्रतिशत राज्य में उत्पादित दूध की मार्केटिंग के लिए रणनीति बनाई जा रही है।