देहरादून; राजधानी देहरादन की बिगड़ती कानून व्यवस्था से खफा डीजीपी अशोक कुमार ने एसएसपी कार्यालय पहुंचकर दून पुलिस के अधिकारियों की अलग से क्लास लगाई। उन्होंने कहा कि अपराधियों में पुलिस का डर खत्म हो रहा है। इस खौफ को बनाए रखने के लिए सख्ती बढ़ानी पड़ेगी। सख्ती ऐसी हो कि कोई भी अपराध करने से पहले 100 बार पुलिस के बारे में सोचे। बाहर के बदमाश राजधानी में शरण न लेने पाएं और अगर यहां आ भी गए तो बचने न पाएं।
मिली जानकारी के अनुसार, दरअसल, बीते कुछ दिनों में हुई घटनाओं से राजधानी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। सरेबाजार छोटी सी बात को लेकर एक युवक पर हमला हुआ। हथियारबंद बदमाशों ने बुजुर्ग अधिवक्ता के घर लूट को अंजाम दिया। अगले दिन एक मनचले ने कोचिंग से आती छात्रा पर फायर झोंक दिया। इसके बाद कभी धरना-प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा घेरा तोड़ना तो कभी आरोपी को पकड़ने में पुलिस की लापरवाही का मामला सामने आया। ये घटनाएं ऐसी थीं जिनसे लगा कि वाकई अपराधियों के मन से पुलिस का डर खत्म हो गया है।
ऐसे में दून पुलिस को जगाने के लिए खुद डीजीपी अशोक कुमार को आना पड़ा। सोमवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचे डीजीपी ने पहले सभी घटनाओं में हो रही कार्रवाई की प्रगति का ब्योरा लिया। इसके बाद पुलिस अधिकारियों को कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सख्ती बढ़ाने के निर्देश दिए। डीजीपी के कहा कि अपराधियों में पुलिस का खौफ रहना चाहिए। इससे पुलिस का इकबाल भी बना रहेगा। उन्होंने कुल छह बिंदुओं पर पुलिस को गंभीरता से काम करने के निर्देश दिए। इनमें यातायात व्यवस्था भी शामिल रही।
संपादन: अनिल मनोचा