December 25, 2024

Devsaral Darpan

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उत्तराखंड- चीफ पार्सल सुपरवाइजर को सीबीआई ने रिश्वत लेते किया रंगेहाथ गिरफ्तार !!

उत्तराखंड;  सीबीआई ने लालकुआं रेलवे स्टेशन के चीफ पार्सल अफसर को सात हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने एक गारमेंट्स कारोबारी से दो बार में इस रिश्वत की मांग की थी। आरोपी को शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।

मिली जानकारी के अनुसार,  राजेश पासवान निवासी लालकुआं ;रेलवे स्टेशन के पासद्ध ने सीबीआई से शिकायत की थी। पासवान अपने एक साथी के साथ मिलकर गारमेंट्स का व्यापार करते हैं। वह अक्सर अपने सामान को ट्रेन से पार्सल के माध्यम से देश के विभिन्न हिस्सों में भेजते रहते हैं।

राजेश पासवान निवासी लालकुआं (रेलवे स्टेशन के पास) ने सीबीआई से शिकायत की थी। पासवान अपने एक साथी के साथ मिलकर गारमेंट्स का व्यापार करते हैं। वह अक्सर अपने सामान को ट्रेन से पार्सल के माध्यम से देश के विभिन्न हिस्सों में भेजते रहते हैं। पिछले दिनों उन्होंने दिल्ली के लिए पार्सल बुक किया था। इसके लिए चीफ पार्सल सुपरवाइजर आरएस तोमर ने उनसे चार हजार रुपये की रिश्वत मांगी। कहा था कि वह उनका सामान जल्द से जल्द भिजवा देगा। लेकिन, पासवान ने रिश्वत नहीं दी।

इसके बाद पासवान ने बुधवार को हावड़ा के लिए पार्सल बुक किया। फिर से आरएस तोमर ने तीन हजार रुपये रिश्वत मांगी। आरोप है कि तोमर ने कहा कि वह पिछली बार के भी चार हजार रुपये मिलाकर कुल सात हजार रुपये दे दे। पासवान ने फोन पर की गई सारी बातें रिकॉर्ड कर लीं। इसके बाद यह रिकॉर्डिंग सीबीआई को व्हॉट्सएप कर दी।

सीबीआई के जनसंपर्क अधिकारी आरके गौड़ ने बताया कि सीबीआई की देहरादून शाखा ने पासवान की शिकायत पर जांच की तो सारी बातें सच पाई गईं। इसके आधार पर आरएस तोमर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

रिश्वत लेकर अपने दफ्तर बुलाया :  तोमर ने पासवान को बृहस्पतिवार सुबह 10 बजे रिश्वत लेकर अपने दफ्तर में बुलाया था। पासवान के पीछे से ही सीबीआई की टीम पहुंच गई। जैसे ही पासवान ने तोमर को रिश्वत की रकम दी तो सीबीआई ने उसे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी तोमर को देहरादून लाया गया है। उसे शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।

पहले भी मांगता था रिश्वत : जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि पासवान की शिकायत पर जांच के दौरान कई लोगों से बात की गई। पाया गया कि तोमर की आम शोहरत भी ठीक नहीं है। उसने पहले भी कई और लोगों से रिश्वत मांगी है। हालांकि, किसी ने उसे रिश्वत दी और कोई नहीं देता था।

संपादन: अनिल मनोचा
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