उत्तराखंड; नई दिल्ली-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग का नारसन बॉर्डर से हरिद्वार के सिंहद्वार तक सर्वे किया जाएगा। इस दौरान ब्लैक स्पॉट चिन्हित करने के साथ ही डिवाइडर, लेन मार्किंग का भी अध्ययन किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी एआरटीओ (प्रवर्तन) रुड़की और हरिद्वार को सौंपी गई है। परिवहन विभाग ने क्रिकेटर ऋषभ पंत के हादसे में घायल होने के यह निर्णय लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, आरटीओ (प्रवर्तन) शैलेश तिवारी ने बताया कि सर्वे के दौरान नारसन से लेकर हरिद्वार तक कहां पर राजमार्ग समतल नहीं है, कहां-कहां डिवाइडर बनाने की जरूरत है, लेन मार्किंग है या नहीं, इसका ब्यौरा तलब किया गया है। उन्होंने बताया कि सड़क किनारे शोल्डर्स की क्या स्थिति है, इस बारे में भी जानकारी मांगी गई है।
आरटीओ ने बताया कि सड़क हादसों को रोकने के लिए परिवहन विभाग की ओर से 20 सूत्रीय मास्टर प्लान तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि सर्वे में राष्ट्रीय राजमार्ग और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की भी मदद ली जाएगी। फिलहाल, सात दिन में विस्तृत सर्वे रिपोर्ट तलब की गई है।
उल्लेखनीय है कि क्रिकेटर ऋषभ पंत के हादसे में घायल होने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क सुरक्षा को लेकर तमाम सवाल खड़े किए जा रहे हैं। आरटीओ की अगुवाई में टीम ने दुर्घटना स्थल का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट भी मुख्यालय को सौंपी है।
संपादन: अनिल मनोचा