उत्तराखण्ड; लगातार धंसते जा रहे जोशीमठ को बचाने के लिए सरकार दो एक्शन प्लान बनाएगी। सरकार ने इसके लिए एक टीम जोशीमठ भेजी है, जो सभी पहलुओं पर अध्ययन के बाद अपनी रिपोर्ट देगी। जोशीमठ में लगातार हो रहे भू-धंसाव से मकानों, दीवारों और सड़कों में दरारें बढ़ने लगी हैं। लोगों के घरों के नीचे से पानी निकलने लगा है।
मिली जानकारी के अनुसार, पीड़ितों ने पलायन शुरू कर दिया है। इस बीच सरकार ने सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा की अगुवाई में एक विशेषज्ञ टीम जोशीमठ भेजी है जो बृहस्पतिवार की देर शाम पहुंच गई। अमर उजाला से बातचीत में सचिव डॉ. सिन्हा ने बताया कि जोशीमठ की समस्या का बारीकी से अध्ययन किया जाएगा।
अध्ययन के बाद दो एक्शन प्लान तैयार किए जाएंगे। एक प्लान तो जोशीमठ के आपदा प्रभावितों के पुनर्वास का बनाया जाएगा, जिसमें किस तरह निर्धारित समयावधि में लोगों का पुनर्वास किया जाएगा, यह भी तय किया जाएगा। दूसरा एक्शन प्लान जोशीमठ आपदा की जांच, इसके कारणों, उसके निवारण जैसे रेट्रोफीटिंग आदि का बनाया जाएगा। सरकार इन्हीं दो एक्शन प्लान पर काम करेगी।
संपादन: अनिल मनोचा