उत्तराखंड; उत्तराखंड सरकार के उन अफसरों की कुर्सियां हिलाई जाएंगी जो पिछले पांच साल से एक ही जगह पर जमें हैं और जो ढंग से जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐसे अफसरों से नामों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने ये निर्देश शुक्रवार को सीएम आवास में गढ़वाल लोकसभा की विधानसभा क्षेत्रों की विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक के दौरान दिए। उन्होंने हिदायत दी कि विधायकों की योजनाओं पर अमल में देरी के लिए अफसरों की सीधी जवाबदेही होगी।
उन्होंने विधायकों की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य में एक नई कार्य संस्कृति लागू करनी है। जन समस्याओं के शीघ्र समाधान के लिए अधिकारी संवादहीनता को दूर कर आपसी समन्वय बढ़ाकर कार्य करें।
बैठक में लोस क्षेत्र के बदरीनाथ के विधायक राजेंद्र सिंह भंडारी और कोटद्वार की विधायक स्पीकर ऋतु खंडूड़ी भूषण को छोड़कर बाकी सभी विधायक मौजूद थे। सीएम ने कहा कि प्रदेश के समग्र विकास के लिए राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाए। विधायकों की रखी गई जन समस्याओं को अधिकारी गंभीरता से लें और उनका जल्द समाधान करें।
उन्होंने विभागों को ताकीद किया कि वे विकास से जुड़े कार्यों को एक-दूसरे पर थोपे जाने के बजाय उनके समाधान पर ध्यान दें। विभागीय अधिकारी आपसी समन्वय के साथ समस्याओं का समाधान निकालें। घोषणाओं पर अमल में लेटलतीफी बर्दाश्त नहीं होगी मुख्यमंत्री ने आगाह किया कि घोषणाओं को पूरा करने में लेटलतीफी होने पर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय होगी इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।