उत्तराखण्ड; मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा में घोषणा की कि उन बेरोजगारों से मुकदमे वापस होंगे, जिन्हें प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होना है। उन्होंने लाठीचार्ज की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने दावा किया कि नकल विरोधी कानून लागू होने के बाद आयोजित एक भी परीक्षा में नकल नहीं हुई। वह बजट पर चर्चा के दौरान वक्तव्य दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि विपक्ष कहता है कि हमने कुछ नहीं किया, लेकिन सबकुछ जल्दी-जल्दी नहीं हो सकता। सरकार ने नकलविहीन परीक्षा का संकल्प लिया है। नकल के मामले में अब तक 81 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस बीच नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने मुख्यमंत्री को बीच में टोका कि नकल विरोध कानून लाने में हुजूर बहुत देर कर दी है। इस पर सीएम ने कहा कि देर आए पर दुरुस्त आए। उन्होंने कहा कि यह राजनीति का विषय नहीं है।