दिल्ली दौरा; मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर जोशीमठ भू-धंसाव मामले में राहत, विस्थापन और अवस्थापना विकास कार्यों के लिए 2942.99 करोड़ के आर्थिक पैकेज की मांग की। सीएम ने संबंधित क्षेत्र में पुनर्वास और विस्थापन के लिए बनाई गई योजना की भी विस्तार से चर्चा की। धामी ने पीएम को चारधाम यात्रा, आदि कैलाश और लोहाघाट स्थित मायावती आश्रम आने के लिए आमंत्रित किया।
करीब एक घंटे की बैठक के दौरान सीएम ने पीएम को जोशीमठ क्षेत्र में राहत और बचाव कार्य के लिए उठाए गए कदमों और भविष्य की योजनाओं की जानकारी दी। प्रभावितों को तत्काल अस्थायी राहत और भविष्य में स्थायी राहत की योजना पेश की। अस्थायी राहत के तहत तत्काल 150 प्री फेब्रिकेटेड घर बनाने, दरारें भरने के काम, फौरी प्रभावित भत्ते पर जोर दिया गया। पुनर्वास और राहत योजना में आवासीय और व्यावसायिक भवनों-कारोबारों के नुकसान के लिए अलग-अलग मुआवजा निर्धारित करने, असुरक्षित जोन में आने वाले परिवारों के जमीन, स्थायी पुनर्वास से संबंधित विषयों पर भी चर्चा हुई। सीएम ने कहा कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में राज्य सरकार ने उत्तराखंड लैंडस्लाइड मिटिगेशन एंड मैनेजमेंट सेंटर स्थापित कर लिया है। यह राष्ट्रीय स्तर पर भूमि धंसाव सुधार एवं प्रबंधन पर सलाह देगा।
सेंटर ने जोशीमठ में कार्य करना आरंभ कर दिया है। इसके सहयोग से प्रभावित भू-धंसाव, आपदा प्रभावित जोखिम क्षेत्र का रोडमैप तैयार कर दिया गया है। केंद्रीय मदद से चलने वाली योजनाओं के जरिये राज्य के विकास में सहयोग के लिए उन्होंने पीएम का आभार जताया। सीएम ने जमरानी बांध परियोजना को स्वीकृति देने और केंद्रीय मदद से चलने वाली योजनाओं के जरिये राज्य के चहुंमुखी विकास में सहयोग देने के लिए पीएम का आभार जताया। राज्य को जी-20 की तीन महत्वपूर्ण बैठकों का दायित्व दिए जाने पर भी पीएम का धन्यवाद किया।