December 23, 2024

Devsaral Darpan

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उत्तराखंड- आयुष्मान कार्ड धारकों को सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के अस्पतालों में मुफ्त इलाज की मिलेगी सुविधा !!

उत्तराखंड;  उत्तराखंड के आयुष्मान कार्ड धारकों को सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। केंद्र सरकार ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में संचालित 21 सैनिक और अर्धसैनिक अस्पतालों को आयुष्मान योजना में सूचीबद्ध कर दिया है।

अभी तक इन अस्पतालों में कार्यरत सैनिकों, उनके आश्रितों और पूर्व सैनिकों को इलाज की सुविधा मिलती है। केंद्र सरकार ने इन अस्पतालों को आम लोगों को भी आयुष्मान कार्ड पर मुफ्त इलाज की सुविधा देने के लिए योजना में शामिल किया है। इस बारे में राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के साथ सेना, पैरामिलिट्री फोर्स के अधिकारियों की बैठक भी हो चुकी है। इन अस्पतालों में आयुष्मान योजना के तहत चिकित्सा सुविधा शुरू करने की प्रक्रिया भी चल रही है।

ये अस्पताल किए गए सूचीबद्ध : पिथौरागढ़ में 7वीं वाहिनी आईटीबीपी मैरथी, यूनिट अस्पताल 14वीं बटालियन आईटीबीपी , चमोली में यूनिट अस्पताल प्रथम बटालियन आईटीबीपी, यूनिट अस्पताल सीटीसी एसएसबी सापरी, एमआईसी औली, एसएसबी अस्पताल ग्वालदाम, 8वीं बटालियन आईटीबीपी अस्पताल गौचर, नैनीताल में 34 वीं बटालियन आईटीबीपी हल्दूचौड़, ग्रुप सेंटर सीआरपीएफ काठगोदाम, 34वीं बटालियन आईटीबीपी यूनिट अस्पताल, ऊधमसिंह नगर जिले में ईएसआईसी अस्पताल रुद्रपुर, पौड़ी में यूनिट अस्पताल एसएसबी श्रीनगर, देहरादून में आईटीबीपी अस्पताल, चंपावत में 5वीं बटालियन एसएसबी , 36वीं बटालियन आईटीबीपी चंपावत, उत्तरकाशी में आईटीबीपी अस्पताल 35 वाहिनी, 12वीं बटालियन आईटीबीपी यूनिट अस्पताल, हरिद्वार में बीएचईएल अस्पताल, ऊधमसिंह नगर में 57वीं बटालियन एसएसबी सितारगंज, देहरादून में आईटीबीपी अकादमिक अस्पताल मसूरी, , पिथौरागढ़ में यूनिट अस्पताल को सूचीबद्ध किया गया है।

प्रदेश में बन चुके 50.40 लाख कार्ड : प्रदेश में आयुष्मान योजना के तहत 50.40 लाख कार्ड बन चुके हैं। आयुष्मान कार्ड पर 5 लाख तक मुक्त इलाज की सुविधा है। अब तक 7.36 लाख मरीजों को इलाज की सुविधा मिली है। इसमें 1352 करोड़ की राशि सरकार ने खर्च की है।

आयुष्मान योजना में सेना व पैरामिलिट्री फोर्स के 21 अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है। अब इन अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड पर इलाज की सुविधा शुरू करने के लिए एसएसबी, सीआरपीएफ और सेना के साथ वार्ता की जा रही है।
-डीके कोटिया, अध्यक्ष, राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण
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