उत्तराखण्ड; प्रदेश के सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को शिक्षा सत्र शुरू होने के एक महीने बाद भी मुफ्त पाठ्य पुस्तकें नहीं मिल पाई हैं, लेकिन पाठ्य पुस्तकों के साथ दी जाने वाली आनन्दिनी के नाम से जो किताब उपलब्ध कराई गई है, उसके मुताबिक प्रदेश में अब भी त्रिवेंद्र सरकार है।
दरअसल, इस किताब में मुख्यमंत्री के रूप में त्रिवेंद्र सिंह रावत, शिक्षा मंत्री के रूप में अरविंद पांडे और शिक्षा सचिव के रूप में आर मीनाक्षी सुंदरम का फोटो समेत संदेश छपा है, जबकि वर्तमान में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, शिक्षा मंत्री डॉ.धनसिंह रावत और शिक्षा सचिव रविनाथ रमन हैं। इसके पीछे विभागीय अधिकारी जो तर्क दे रहे हैं वह भी गले नहीं उतर रहा है।
अधिकारियों का कहना है छठी से आठवीं तक के बच्चों को दी जाने वाली आनन्दिनी इस साल अभी तक प्रकाशित नहीं हुई है, जिस पुस्तक की बात की जा रही है, वह पिछले वर्ष की हो सकती है। लेकिन बता दें कि पिछले वर्ष भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, शिक्षा मंत्री डॉ.धनसिंह रावत और शिक्षा सचिव रविनाथ रमन ही थे। स्कूलों को बच्चों के लिए आनन्दिनी के साथ विद्या सेतु नाम की किताब भी दी जा रही है।
कुछ जिलों से ही इन किताबों को छपवाया गया है, मामले को दिखवाया जाएगा। अगर वास्तव में ऐसा है तो किताबों को संशोधित करवाकर ठीक कराया जाएगा। – सीमा जौनसारी, शिक्षा निदेशक