उत्तराखंड; प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के सौवें एपिसोड प्रसारण पर उत्तराखंड में भव्य आयोजन किया गया। राज्यभर में आयोजित कार्यक्रमों सामूहिक रूप से लोगों और स्कूली बच्चों ने मन की बात कार्यक्रम को सुना। इस क्रम में नैनीताल शहर में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ आधे घंटे तक चले प्रधानमंत्री के संबोधन को सुना। भारी संख्या में जनता और स्कूली बच्चे भी मौजूद रहे। इस बीच मुख्यमंत्री ने कहा कि हमेशा ही प्रधानमंत्री ने मन की बात में उत्तराखंड का उल्लेख किया है। इस बार हिमालय के संरक्षण को लेकर वह मन की बात में गंभीर दिखे, जो कि प्रदेश के लिए हर्ष का विषय है।
रविवार को डीएसए मैदान के समीप स्थित बास्केटबॉल कोर्ट में मन की बात कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का 100वां एपिसोड होने के कारण भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और स्कूली बच्चे मौजूद रहे। कार्यक्रम से करीब पौने ग्यारह बजे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आयोजन स्थल पहुंचे। जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया।
विजयादशमी के अवसर पर हुई थी मन की बात की शुरुआत : ठीक 11 बजे पीएम नरेन्द्र मोदी ने मन की बात से देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि विजयादशमी के अवसर पर मन की बात की शुरुआत हुई थी। आज यह कार्यक्रम 100 एपिसोड पूरे कर चुका है। यह महज कार्यक्रम नहीं है, मन की बात लोगों की सकारात्मकता का एक पर्व बन गया है। इसका हर संस्करण नया रहा है। मन की बात को अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ पूर्व में हुई चर्चा के बाद वैश्विक पहचान मिली।
गुजरात का मुख्यमंत्री होने के दौरान वह लोग और आम जनता के बीच रहकर कार्य करते थे। मगर 2014 में देश की कमान मिलने के बाद उनका संपर्क आम लोगों से कट गया। जिससे उन्हें बेहद ही खालीपन महसूस होता था। मगर मन की बात कार्यक्रम ने इस खालीपन की चुनौती से निकलने का समाधान दिया। उन्होंने मन की बात को आस्था, पूजा और व्रत बताया। कहा कि यह कार्यक्रम लोगों के लिए एक आध्यात्मिक यात्रा बन गया है। जिसमें देश के दूरस्थ क्षेत्रों में विभिन्न सामाजिक कार्य कर रहे लोगों को दुनिया के सामने लाने का अवसर मिला है। साथ ही लोगों ने कार्यक्रम के माध्यम से अपनी अनूठी पहचान बनाई है।
इस दौरान पीएम ने हरियाणा में सेल्फी विथ डॉटर अभियान में काम कर रहे सुनील जागलान, पेंसिल स्लेट का कार्य कर आत्मनिर्भर बन रहें जम्मू कश्मीर के मंजूर अहमद, लोटस फाइबर से कपड़ों का उत्पादन कर रही मणिपुर की विजय शांति और हीलिंग हिमालया थीम से हिमालय में स्वच्छता अभियान चला रहे प्रदीप सांगवान से संवाद किया। पीएम से बात करने वाले सभी लोगों ने मन की बात को उनके लिए एक अवसर बताया।
इस दौरान पीएम ने यूनेस्को की डीजी द्वारा पूछे गए संस्कृति और शिक्षा संरक्षण व संवर्धन को लेकर सवाल पर भी जवाब दिया। कहा कि मन की बात एक सामूहिक प्रयास है। देश में सामूहिक प्रयास से ही बदलाव लाया जा सकेगा। इसी संबोधन के साथ उन्होंने अगले माह फिर नए एपिसोड में मिलने की बात कही।
वहीं मन की बात कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा ही उत्तराखंड को लेकर सजग दिखे हैं। उन्होंने हमेशा ही मन की बात में प्रदेश के विभिन्न विषयों को उठाया है। इस बार भी हिमालय के संरक्षण को लेकर वह गंभीर दिखे।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हिमालई क्षेत्रों में पर्यटन से तेजी से फैल रहा है। जिस कारण हिमालय के संरक्षण संवर्धन की अधिक आवश्यकता है। कार्यक्रम में भाजपा राष्ट्रीय सचिव महेंद्र पांडे, जिला अध्यक्ष प्रताप बिष्ट, विधायक सरिता आर्य, मंडल अध्यक्ष आनंद बिष्ट, कार्यक्रम संयोजक गोपाल रावत, हाई कोर्ट सीएससी चंद्रशेखर रावत, दया किशन पोखरिया, मोहित लाल साह, मोहित रौतेला समेत तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे।
वहीं पार्टी सांसद समाज ने विभिन्न वर्गों के साथ सहभागिता करते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में यह कार्यक्रम सुना। इसी तरह के कार्यक्रम प्रदेश सरकार के मंत्रियों, विधायकों के भी तय किए गए। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी कोटद्वार, पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी सहसपुर, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बालावाला, भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय प्रभारी महेंद्र पांडे नैनीताल में यह कार्यक्रम सुना।