उत्तराखंड; बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिल्ली से बटन दबाकर इस ट्रेन का उद्घाटन करना था। नौ बजे से ही स्टेशन पर लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। स्कूली बच्चों के साथ ही हर उम्र-वर्ग के लोग ट्रेन में यात्रा करने के लिए भी पहुंच रहे थे। 10 बजे तक स्टेशन परिसर में बना मंच लगभग भर गया था।
उत्तराखंड की पहली वंदे भारत ट्रेन के उद्घाटन को लेकर दून में सुबह से ही गजब का उत्साह था। ट्रेन के स्वागत के लिए रेलवे स्टेशन परिसर को दुल्हन की तरह सजाया गया। वंदे भारत ट्रेन भी फूलों से सजाई गई थी। हर कोई इस पल को सेल्फी, फोटो, वीडियो में हमेशा के लिए संजो लेना चाहता था।
उत्तराखंड से पहली बार चलने जा रही इस सेमी हाई स्पीड ट्रेन को लेकर गजब का उत्साह नजर आ रहा था। प्लेटफार्म पर सजे मंच से नेता इस पल को प्रदेश के लिए सपना बता रहे थे तो कोई कह रहा था कि उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य से कभी वंदे भारत ट्रेन चलेगी, यह सोचा भी नहीं था।
प्लेटफार्म पर खड़ी ट्रेन में बच्चे अंदर जाकर देखने के लिए लालायित थे, लेकिन सुरक्षा कारणों से स्टाफ उन्हें अंदर नहीं जाने दे रहा था। बच्चों के चेहरे पर उनकी खुशी अलग से जाहिर हो रही थी।
भाजपा नेता भी वंदे भारत को लेकर उत्साहित थे और ट्रेन के आगे भाजपा का झंडा लहराकर फोटो ले रहे थे। वहीं, भारत माता की जयकार के साथ वीडियो बना रहे थे।
वंदे भारत के उद्घाटन अवसर पर राज्यपाल, मुख्यमंत्री, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री से लेकर कई मंत्री, स्थानीय विधायक और सांसद पहुंचे। इससे नौ बजे से ही लालपुल से दर्शनलाल चौक तक का यातायात प्रभावित रहा। कई वीआईपी भी इस जाम में फंस गए। वीआईपी को निकालने के प्रयास में यातायात करीब दो घंटे तक प्रभावित रहा।