उत्तराखण्ड; प्रदेश में अगले साल वर्ष 2024 में प्रस्तावित 38वें राष्ट्रीय खेलों से पहले राज्य खेल आयोजित कराए जाएंगे। इसका निर्णय सचिवालय में हुई बैठक में लिया गया। मुख्य सचिव एसएस संधु ने कहा कि खेलों के आयोजन को देखते हुए राज्य में पर्यटन सुविधाएं भी विकसित की जाएं ताकि इससे पर्यटन को बढ़ावा मिले।
मुख्य सचिव ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों में देशभर से आने वाले प्रतिभागियों में प्रदेश की अच्छी छवि जानी चाहिए। ओलंपिक की तर्ज पर राष्ट्रीय खेल की मशाल को प्रदेश के सभी प्रमुख आयोजन और पर्यटन शहरों में घुमाया जाए। राष्ट्रीय खेल से पहले लॉच इवेंट भी आयोजित किए जाएं। जिसमें राज्य के परंपरागत सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस पर आने वाले खर्च को राज्य सरकार वहन करेगी। इससे कलाकारों को काम मिलेगा और प्रदेश की संस्कृति का प्रचार प्रसार भी होगा।
मुख्य सचिव ने कहा कि निर्माण कार्यों को समय से पूरा करने के लिए सभी कार्यों की तिथियां तय कर ली जाएं। इसके लिए बजट की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने उपकरणों की खरीद, विशेष कर जो विदेशों से आयात होने हैं, का कार्य तत्काल शुरु करने के निर्देश दिए। सीएस ने पौड़ी के हाई एल्टीट्यूड रांसी स्टेडियम को भी राष्ट्रीय खेलों से जोड़ने के लिए कहा। उन्होंने खेलों के लिए स्वयंसेवकों की टीम भी तैयार करने को कहा।
चिकित्सा विभाग और नाडा के साथ मिलकर आवश्यक निर्देश जारी को कहा : भारतीय ओलंपिक संघ की संयुक्त सचिव अलकनंदा अशोक ने राष्ट्रीय खेलों के लिए आईओए के साथ तिथियां तय करने को कहा। बैठक में एंटी डोपिंग के संबंध में चिकित्सा विभाग और नाडा के साथ मिलकर आवश्यक निर्देश जारी करने को कहा गया। बैठक में विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव सचिन कुर्वे, हरिचंद्र सेमवाल, अपर सचिव खेल जितेन्द्र कुमार सोनकर, उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डीके सिंह, सचिव वित्त वी षडमुगम, डीएम सोनिका आदि मौजूद रहे।
राज्य में पहली बार होने वाले राष्ट्रीय खेलों का आयोजन प्रदेश के लिए बड़ी उपलबि्ध है। खेलों को भव्य बनाने के लिए हम दृढ संकल्पित हैं। खेलों के आयोजन के लिए सीएस की अध्यक्षता में हुई बैठक में वित्त विभाग को निर्देशित किया गया है कि खेलों के लिए बजट की व्यवस्था की जाए। -रेखा आर्य, खेल मंत्री