उत्तराखंड; उत्तराखंड बोर्ड के मेधावी छात्र-छात्राओं को तीन साल बाद इस साल गवर्नर्स अवार्ड दिए जाने की तैयारी है। राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) के हाथों प्रदेश के होनहारों को सम्मानित किया जाएगा। राज्यपाल के सचिव रविनाथ रामन के मुताबिक बोर्ड के टॉपर्स और सर्वश्रेष्ठ परीक्षा परिणाम देने वाले स्कूलों को सम्मानित किया जाएगा।
उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में अलग-अलग विषयों के टॉप थ्री मेधावियों, संस्कृत शिक्षा के टॉपर्स और सर्वश्रेष्ठ परीक्षा परिणाम देने वाले स्कूलों को इस साल फिर से सम्मानित करने की तैयारी है। राज्य में वर्ष 2015 में तत्कालीन राज्यपाल कृष्णकांत पाल की ओर से बोर्ड के मेधावियों को इस पुरस्कार को दिए जाने की शुरूआत की गई थी।
तीन स्कूलों को भी सम्मानित करने की परंपरा : उनकी ओर से हाईस्कूल के टॉप तीन, इंटरमीडिएट के कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय के टॉप तीन-तीन छात्र-छात्राओं के अलावा संस्कृत शिक्षा में पूर्व मध्यमा और उत्तर मध्यमा के टॉपर्स को सम्मानित किया गया। इसके अलावा सर्वश्रेष्ठ परीक्षा परिणाम देने वाले तीन स्कूलों को भी सम्मानित करने की परंपरा रही है।
पहले स्थान पर रहने वाले मेधावियों को सात हजार, दूसरे स्थान पर रहने वालों को पांच हजार और तीसरे स्थान पर रहने वालों को तीन हजार रुपये की धनराशि एवं प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। तत्कालीन राज्यपाल कृष्णकांत पाल के बाद से राजभवन की ओर से हर साल राज्य के मेधावियों को यह पुरस्कार दिए जाते रहे है। तत्कालीन राज्यपाल बेबीरानी मौर्य की ओर से भी मेधावियों को गवर्नर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया, लेकिन राज्य में कोविड के बाद यह पुरस्कार नहीं दिए गए। मेधावियों को पिछले तीन साल से यह पुरस्कार नहीं मिल पाए हैं।