उत्तराखण्ड; भाजपा के महा जनसंपर्क अभियान के बाद कैबिनेट विस्तार या फेरबदल को लेकर बैठक हो सकती है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस बारे में चर्चा करने के लिए महासंपर्क अभियान के बाद पार्टी नेताओं के साथ बैठेंगे।सियासी हलकों में पिछले कुछ दिनों से मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार की गरमा रही चर्चाओं को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने मीडियाकर्मियों से यह बात कही।
सोशल मीडिया पर मंगलवार को दिन भर कैबिनेट में बदलाव की खबरें तैरती रहीं। चर्चाएं ये भी थीं कि हाल ही में नई दिल्ली में भाजपा के केंद्रीय नेताओं की बैठक में लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत राज्यों में कुछ बड़े राजनीतिक बदलाव करने पर विचार हुआ। इन राज्यों में उत्तराखंड भी शामिल बताया जा रहा है।
फेरबदल पर हो सकता है कोई निर्णय : अटकलें तो यहां तक लगाई गईं कि केंद्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री से उनके सभी मंत्रियों की परफॉरमेंस रिपोर्ट मांग ली है, जिससे उनका आगे का भविष्य तय होगा। हालांकि भाजपा व सरकार की ओर से इसकी कोई पुष्टि नहीं की गई। इन चर्चाओं के बीच मीडियाकर्मियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से कैबिनेट विस्तार के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, भाजपा सबकी राय से चलने वाली पार्टी है।
यहां लोकतांत्रिक व्यवस्था है। संकेतों में उन्होंने इस संभावना पर विराम लगाया कि 30 जून तक मंत्रिमंडल में कोई फेरबदल होगा। सीएम ने कहा, भाजपा में सभी काम तय समय पर होते हैं। अभी पार्टी का महासंपर्क अभियान चल रहा है। उसके बाद वह वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठेंगे। यानी जुलाई माह में मंत्रिमंडल विस्तार या उसमें फेरबदल पर कोई निर्णय हो सकता है।
चार नए मंत्री बनने हैं, तैर रहे हैं ये नाम : सरकार गठन के बाद से ही धामी मंत्रिमंडल में तीन पद खाली चल रहे थे। कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास का असामयिक निधन हो जाने से खाली पदों की संख्या बढ़कर चार हो गई। इन चार पदों के लिए कई नाम तैर रहे हैं। इनमें जातीय समीकरणों और महिला व युवा के हिसाब से अंदाज लगाए जा रहे हैं। सियासी हलकों में तैर रही अटकलों के मुताबिक, धामी मंत्रिमंडल में बदलाव के बजाय विस्तार की ज्यादा संभावनाएं जताई जा रही हैं। इसके अलावा बदलाव की स्थिति में एक मंत्री को हटाए जाने या उन्हें हल्का करने की संभावनाएं भी खूब जताई जा रही हैं।