वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन; पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन में उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजनों की उपेक्षा का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस पूरे आयोजन में हम पहाड़ी व्यंजनों को बड़े फलक पर प्रस्तुत कर सकते थे, लेकिन हमने यह मौका खो दिया। उन्होंने कहा कि पूरे आयोजन में हमारे केवल दो उत्पाद मंडुवा और झंगोरा ही कहीं किनारे दुबके हुए नजर आए।
हरीश रावत ने कहा कि अच्छा होता इस आयोजन में केवल विशुद्ध उत्तराखंडी व्यंजन परोसे जाते। इसमें हरिद्वार का चावल, बुरा-घी और धुले मास की दाल सहित विभिन्न तमाम उत्पादों को शामिल किया जाता। स्वीट डिश में उत्तराखंडी जैविक गुड़ के साथ अरसा, बाल मिठाई, सिंगोड़ी और डीडीहाट का खैंचुआ, आगरा खाल की रबड़ी को स्थान मिलता।
आतिथ्य सत्कार के एक भव्य समारोह में हमारे लिए अवसर था कि हम अपने व्यंजन, आभूषण, संस्कृति, कला, हस्तशिल्प को प्रदर्शित करते। उन्होंने कहा कि व्यंजन व्यवसाय उत्तराखंड में एक बड़ा सेक्टर बन सकता है, जिसमें रोजगार और आर्थिक समृद्धि, दोनों देने की बड़ी क्षमता है।