चारधाम यात्रा; आगामी चारधाम यात्रा को लेकर प्रदेश सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। यात्रा के दौरान केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में यात्रियों की वहन क्षमता को देखते हुए भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रदेश सरकार नई व्यवस्था का अध्ययन व परीक्षण कर रही है। इसके अलावा केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर पर्यटकों के लिए संचालित घोड़े खच्चरों के साथ क्रूरता रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सचिवालय में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर पहली बैठक ली। उन्होंने कहा कि इस बार में चारधाम यात्रा में भारी संख्या में तीर्थयात्री आएंगे। इसके लिए धामों में पर्यटकों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम समय पर पूरे किए जाएं। चारधाम में यात्रियों की वहन क्षमता का विशेष ध्यान देना होगा। जिस तरह से वैष्णो देवी में दर्शन के लिए टोकन सिस्टम है। उसी तरह चारधाम में व्यवस्था बनाने का अध्ययन किया जा रहा है।
महाराज ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान तोता घाटी के समीप होने वाले भूस्खलन को देखते हुए श्रीनगर के समीप यात्रियों को मार्ग अवरुद्ध होने की जानकारी देने के लिए आवश्यक उपाय किए जाएं। डंपिंग जोन को समतल कर पार्किंग की वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। उन्होंने आरटीओ को सभी सड़कों के मौका मुआयना करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही पर्यटकों और यात्रियों की समस्याओं को सुनने और समाधान के लिए पर्यटन पुलिस को दक्ष कर अलग से वर्दी निर्धारित की जाए। जिससे पर्यटन पुलिस को पहचान हो सके।